शिमला(एमबीएम न्यूज़): मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि किसी भी स्कूल को अपनी रजत जयन्ती मनाना गौरव की बात है, विशेषकर जब किसी संस्थान द्वारा शिक्षा एवं अनुशासन के उच्च मानकों को बनाएरखने के लिए देश भर में अपनी अलग पहचान स्थापित करने के साथ-साथ विद्यार्थियों के कैरियर को आकार देने में सहायता प्रदान की जा रही हो, जिससे वे तेजी से बदलते परिवेश मेंजीवन में आने वाली असीमित चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बन सकें।
मुख्यमंत्री ने यह बात हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के प्रसिद्ध पर्वतीय एवं पर्यटन क्षेत्र कसौली के समीप शिवालिक पर्वतमाला की गोद में बसे पाईन ग्रोव स्कूल के रजत जयन्ती समारोह केसमापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि कही।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि जबसे वह राजनीति में आए हैं, उनका शिक्षा पर हमेशा ही विशेष ध्यान रहा है, क्योंकि वह इस बात पर विश्वास रखते हैं कि केवल शिक्षा एक स्वस्थ, जिम्मेवारएवं खुशहाल समाज के निर्माण में मददगार हो सकती है।
उन्होंने कहा कि पाईन ग्रोव स्कूल द्वारा प्रदान की जा रही गुणात्मक शिक्षा सराहनीय है। उन्होंने कहा कि शिक्षा एक मूलभूत आवश्यकता है तथा गुणात्मक एवं उच्च शिक्षा के बिना हमअन्य देशों से प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकते।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक बेहतरीन व श्रेष्ठ शिक्षा व्यक्ति को निजी तौर पर, उसके परिजनों को, समुदायों तथा अन्ततः देश को लाभान्वित करती है। उन्होंने कहा कि इसी बात को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार बच्चों को प्राथमिक एवं वरिष्ठ स्कूल शिक्षा से लेकर उच्च एवं व्यावसायिक शिक्षा तक विशेष बल प्रदान कर रही है। यह सुनिश्चित बनाया जा रहा है कि प्रत्येक बच्चा अच्छी से अच्छी शिक्षा हासिल कर अपने परिवार के लिए एक सम्पत्ति और स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण में मद्दगार बनें।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि ‘मैं उम्मीद करता हूं कि प्रत्येक बच्चा अच्छी से अच्छी शिक्षा हासिल करे और सरकार में रहते इस अति आवश्यक जिम्मेवारी को हम सुनिश्चित बना सकते हैं’।उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने विद्यार्थियों की शिक्षण एवं व्यावसायिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अनेक नीतियां कार्यान्वित की हैं। आज हिमाचल प्रदेश में अकेले सरकारीक्षेत्र में 15,500 से अधिक पाठशालाएं तथा 115 डिग्री कॉलेज हैं और सरकार ने हमेशा ही गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करने पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के इन प्रयासोंमें निजी शिक्षण संस्थान भी पूरक एवं सहयोगी बन रहें हैं।
मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को आधुनिक शिक्षा प्रदान करने के लिए स्कूल प्रबन्धन तथा संकाय को बधाई दी। उन्होंने इस अवसर पर आकर्षक मार्च पास्ट प्रस्तुत करने के लिए एनसीसीविद्यार्थियों की विशेष तौर पर सराहना की।
मुख्यमंत्री ने पाठशाला में स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा स्थापित हस्तशिल्प और दृष्य कला में गहरी रूचि ली। इस अवसर पर स्कूल की यात्रा एवं उपलब्धियों पर एक वृत्त चित्र भी दिखाया गया।
वीरभद्र सिंह ने स्कूली बच्चों की परेड का निरीक्षण भी किया तथा बच्चों द्वारा प्रस्तुत एक आकर्षण मार्च पास्ट की सलामी ली। उन्होंने पाठशाला के इंडोर स्टेडियम की आधारशिला भी रखी।ब्रास बैंड एंड पाईप बैंड का शानदार प्रदर्शन तथा शारीरिक कौशल एवं सांस्कृतिक गतिविधियों का सम्मिश्रण नृत्य ‘ग्रेंड फिनाले’ का हिस्सा बनें।
इस अवसर पर पावर प्वाइंट प्रस्तुति के माध्यम से स्कूल की शैक्षणिक एवं अन्य गतिविधियों को भी प्रदर्शित किया गया।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री का उनकी धर्मपत्नी एवं रेडक्रॉस अस्पताल कल्याण शाखा की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, मुख्य संसदीय सचिव नीरज भारती व विनय कुमार, राज्य युवाकांग्रेस अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह सहित स्कूल के प्रधानाचार्य कैप्टन एजेसिंह तथा स्टॉफ के सदस्यों ने गर्मजोशी से स्वागत किया।
हिप्र कांग्रेस समिति के सचिव विनोद सुल्तानपुरी, हि.प्र. खादी बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश हान, एपीएमसी सोलन के अध्यक्ष रमेश ठाकुर तथा मुख्य सचिव वीसी फारका भी इस अवसर पर अन्य सहित उपस्थित थे।