मनाली (एमबीएम न्यूज) : स्वाभाविक सी बात है, करवाचौथ के व्रत पर महिला कर्मी छुट्टी पर होती हैं। मगर कोई प्रशासनिक महिला अधिकारी इस दिन अपने कार्यालय में न केवल डयूटी दे, बल्कि स्कूल में जाकर टीचर भी बन जाए तो प्रशंसा तो बनती है। ऐसा ही बुधवार को मनाली की एसडीएम ज्योति राणा ने किया।
वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में लगभग 25 शिक्षकों का स्टाफ है। इसमें से 80 प्रतिशत महिला टीचर छुट्टी पर थी। लिहाजा कक्षाएं खाली थी। फिर क्या था, खुद एसडीएम साहिबा स्कूल पहुंच गई। आठवीं कक्षा को अंग्रेजी पढ़ाई तो जमा एक की कक्षा को राजनीतिक विज्ञान पढ़ाया। इस दौरान छात्रों से सीधा संवाद भी बनाया, ताकि बच्चे आत्मविश्वास से सरोबार होकर उनसे भी सवाल पूछ सकें।
यह भी नहीं है कि एसडीएम साहिबा ने ऐसा पहली बार किया हो। इससे पहले भी करवाचौथ के अलावा रक्षाबंधन व भैयादूज पर स्कूल टीचर बनती रही हैं। करवाचौथ पर निर्जल व्रत के साथ-साथ स्कूल में टीचिंग व ऑफिस में काम, मुश्किल होता है। लेकिन बखूबी कर दिखाया। एसडीएम के हरफनमौला अंदाज से हर कोई वाकिफ है।
अंतरराष्ट्रीय पर्यटन नगरी में प्रशासनिक व्यवस्था को संभालने के साथ-साथ समाजिक सरोकार इतना आसान नहीं है, जितना किसी को लग सकता है। एमबीएम न्यूज से बातचीत के दौरान एसडीएम ने कहा कि सरकारी स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ संवाद अपने में एक रोचक अनुभव भी होता है। उन्होंने कहा कि महिला स्टाफ छु्ट्टी पर था। इसी कारण स्कूल में कक्षाएं ली।