मंडी (वी कुमार) : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरे के चलते यहां पर सदियों से बंद पड़ी ब्यास नदी की आरती की परम्परा की विधिवत शुरूआत की गई। एकादश रूद्र के मंदिर के सामने ब्यास के तट पर हनुमान घाट में आरती का आयोजन किया गया। हनुमान घाट पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने ब्यास की आरती की और सभी के मंगल भविष्य की कामना की। उन्होने कहा कि हमें हमारी संस्कृती को बचाने का प्रयास करना चाहिए और पौराणिक परम्परायें ही हमारी संस्कृती की असली पहचान है।
नड्डा ने कहा कि यह हम सभी का कर्तव्य होना चाहिए की हम अपनी परम्पराओं और संस्कृती को सहेजने में प्रयास करें। मंडी में यह आरती राजा महाराजाओं के समय में लगातार की जाती थी और फिर धिरे धिरे इसका प्रचलन बंद हो गया। सोमवार को कई सदियों के बाद इस आरती का आयोजन किया गया। आरती में हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और मंडी संसदीय क्षेत्र के सांसद रामस्वारूप शर्मा ने भी भाग लिया और ब्यास के किनारे ब्यास नदी की विधिवत आरती की गई।
आरती में स्थानिय लोगों ने भी बढ चढ कर भाग लिया। आरती के बाद नदी में दीप तर्पण भी किया गया। यह आरती बड़ी काशी की तर्ज पर की छोटी काशी में की गई है और भविष्य में भी इसके निरन्तरीकरण की केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने उम्मीद जाताई है।