शिमला (एमबीएम न्यूज़) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पड्डल मैदान में रैली को लेकर चर्चाओं का बाजार यौवन पर है। यह बात समझ नहीं आ रही है कि मैदान की क्षमता तो 20 हजार की है। वहीं भाजपा 70 हजार लोगों की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रख रही है। वहीं दिलचस्प यही है कि इसी मैदान में तीन हेलीकॉप्टर भी लैंड होने हैं।
कल मण्डी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को लेकर पिछले एक सप्ताह से काफी चर्चा हो रही है। यदि ये कहा जाए कि इस रैली में शामिल होने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं तथा लोगों की संख्या को लेकर अनावश्यक तूल दिया जा रहा है, तो अतिशयोक्ति नहीं होगी।
भाजपा नेताओं द्वारा बड़ी संख्या में मण्डी, कुल्लू और बिलासपुर जैसे पड़ोसी जिलों तथा अन्य जिलों से भी ज्यादा से ज्यादा लोगों को मण्डी के पडडल मैदान में लाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह पहला दौरा है और लोगों में इसे लेकर काफी उम्मीदें हैं। मण्डी पडडल मैदान में कितने लोग समा सकते हैं, इस पर भी काफी अटकलें लगाई जा रही हैं। इसमें कोई शक नहीं कि मण्डी के इस मैदान में 15-20 हजार लोग आसानी से बैठ सकते हैं। लेकिन इस मैदान में यदि प्रधानमंत्री के हेलीकाप्टर उतरते हैं, तो वे भी काफी स्थान घेर सकते हैं।
पिछले सप्ताह जब इस बारे में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के साथ पत्रकारों की इस बारे में अनौपचारिक चर्चा हुई, तो उनका कहना था कि यदि रैली मैदान में कुर्सियां लगाई जाती हैं, तो अधिक से अधिक दस हजार लोग आ सकते हैं और यदि शामिल होने वाले लोगों के लिए भूमि पर दरियां बिछाई जाती हैं, तो ये संख्या बढ़ भी सकती हैं।
सतारूढ़ दल हमेशा ही अपने विशिष्ठ नेता की रैली में उपस्थित लोगों की तादाद अधिक से अधिक होने का दावा करते हैं। लेकिन जब विपक्षी पार्टी के बड़े नेताओं और प्रधानमंत्री की बात आती है, तो प्रदेश सरकार अपनी खुफिया ऐजेंसीज की सूचना पर ज्यादा विश्वास करती हैं। राज्य सरकार की एजेंसियां उपस्थित लोगों की संख्या को लेकर काफी सचेत रहती हैं कि कहीं मौजूद लोगों की संख्या ज्यादा न सूचित हो जाए।
बहरहाल रैली के लिए न केवल केंद्रीय एजेंसियां बल्कि राज्य सरकार के बलों को काफी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। रैली स्थल व इसके आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। ट्रैफिक पुलिस के लिए भी मण्डी शहर को सुनियोजित करने के लिए काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। जो भी हो भाजपा नेता प्रधानमंत्री की इस रैली को लेकर हिमाचल में होने वाले अगले विधानसभा चुनाव के लिए चुनावी शंखनाद ही मानेंगे।
यह भी चर्चा है कि प्रधानमंत्री मोदी भाजपा के पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की तरह हिमाचल को इस पहले दौरे पर प्रदेश को कुछ न कुछ देकर ही जाएंगे।
उधर, प्रधानमंत्री के इस दौरे को लेकर मण्डी के सांसद रामस्वरूप शर्मा का कहना है कि नरेंद्र मोदी हिमाचल की परिस्थितियों को अच्छी तरह जानते हैं और इनमें भली भांति परिचित भी हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह भगवान कृष्ण ने सुदामा की स्थिति को देखते हुए और जानते हुए उनको बिना मांगे ही मालामाल कर दिया था, इसी तरह प्रधानमंत्री भी हिमाचल को अपनी उदारता का परिचय जरूर देंगे।