शिमला (शैलेंद्र कालरा): एमबीएम न्यूज इस मर्तबा आपको 21 वर्षीय प्रजवल से मिला रहा है। देवभूमि की बेटी प्रजवल ने, जब जुब्बल-कोटखाई बीडीसी के चेयरपर्सन के पद की शपथ ली थी तो साथ ही देश भर में एक रिकॉ
र्ड भी कायम हुआ था। क्योंकि इतनी कम उम्र में इस पद पर कोई भी पहले काबिज नहीं हुआ था। जनसेवा के साथ-साथ पढ़ाई को भी आगे बढ़ा रही बीडीसी चेयरपर्सन सियासत, लेखन व गायन का भी अनोखा संगम है।
इसमें भी दो राय नहीं, प्रजवल देश की सबसे कम उम्र की बीडीसी चेयरपर्सन ‘प्रजवल बस्टा’, A Cute Face Politician है। हिमाचल की इस बेटी को तलाशने के पीछे मकसद है कि युवा पीढ़ी प्रेरणा लें। विश्वास कीजिए, जब प्रजवल से पूछा गया कि अगर ऐसा मौका आए, जब राजनीतिक विचारधारा व जनता के बीच किसी एक को चुनना हो, तो तपाक से बोली-जनता को ही चुनुंगी।
1994 में किसान-बागवान के घर जन्मी प्रजवल अपने परिवार की लाडली है। 7 बहन-भाई हैं। अंदाजा लगाइए कि सरकारी स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ टयूशन भी पढ़ाने के बाद मुकाम को हासिल करना कितना चुनौतीपूर्ण है। मगर इस बेटी ने कर दिखाया है।
21 साल की उम्र में हर कोई सपने देखता है। मगर यह बेटी सपने भी समाज के लिए कुछ कर गुजरने के देखती है..
पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी से ऐसे हैं प्रभावित
“मैंने जब होश संभाला, उस वक्त देश में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी। थोड़ी बड़ी हुई तो वाजपेयी जी के बारे में पढ़ा, जिन्हें अपना आदर्श बनाने का मन किया। तब ही सोच लिया था कि उनकी तरह ही कुछ करना है। मैं पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी जी की बड़ी प्रशंसक हूं। इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी व मौजूदा में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बहुत भाते हैं।”
स्मार्ट Politician बनना भी है सपना
देश की सबसे युवा बीडीसी चेयरपर्सन कहती हैं कि वह क्यूट पॉलिटिशन नहीं बनना चाहती, बल्कि एक काबिल व स्मार्ट राजनीतिज्ञ बनना चाहती हैं, क्योंकि वह मानती हैं कि राजनीति में रहकर जनता की सेवा की जा सकती है। लेखन की शौकीन प्रजवल का कहना है कि टीवी एंकर व अन्य ग्लैमरस क्षेत्रों में भी कैरियर बनाने का मौका सामने आया था, लेकिन पॉलिटिक्स को ही चुना।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में कानूनी पढ़ाई कर रही प्रजवल कहती हैं कि बचपन गांवों के खेत-खलिहानों में गुजरा। उन्होंने कहा कि कानूनी पढ़ाई का इस्तेमाल राजनीति में किया जा सकता है।