नाहन, 03 जुलाई : 49 वर्षीय अनजुमन शेख, एक जिंदादिल और हमेशा मुस्कुराने वाले इंसान का अचानक निधन हो गया है, जिससे पूरे शहर में शोक की लहर दौड़ गई है। बीती रात उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई थी। उन्हें तुरंत नाहन मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां से उनकी गंभीर हालत को देखते हुए पीजीआई रैफर (PGI) किया गया, लेकिन वहां पहुंचते ही उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
हालांकि उनकी दोनों किडनियां फेल हो चुकी थी, फिर भी वे अपनी सेहत को लेकर ठीक महसूस कर रहे थे। उनकी नियमित जांच और इलाज चल रहा था, लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। अचानक तबीयत बिगड़ने के कारण स्थिति संभल नहीं पाई और उनका निधन हो गया।
बड़े भाई मुमताज शेख ने बताया कि रात तक सब कुछ ठीक था। रात 8 बजे दुकान बंद करने के बाद अनजुमन घर आए थे। उन्होंने ठीक से खाना खाया और सब कुछ सामान्य लग रहा था। लेकिन रात 10 बजे के बाद उनकी तबीयत अचानक खराब होने लगी। मुमताज शेख ने बताया कि रात सवा 12 बजे अनजुमन को नाहन मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। डॉक्टरों ने उनकी गंभीर हालत देखते हुए उन्हें तुरंत पीजीआई रैफर कर दिया। दुर्भाग्यवश, वहां पहुंचते ही अनजुमन को मृत घोषित कर दिया गया। उन्होंने यह भी बताया कि जल्द ही अनजुमन का किडनी ट्रांसप्लांट होने वाला था।
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हाल ही में उनके 20 वर्षीय भतीजे अयान का निधन भी हो गया था, जिसका गहरा सदमा अनजुमन को लगा था। भतीजे की असामयिक मृत्यु ने उन्हें मानसिक रूप से प्रभावित किया था, लेकिन वे फिर भी अपने जीवन को सामान्य रखने की कोशिश कर रहे थे। अनजुमन शेख ने अपने जीवन में कड़ी मेहनत से कामयाबी हासिल की। गन्नूघाट में उनकी एक इलेक्ट्रिक शॉप है, जिसे उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से सफल बनाया। चार भाइयों में सबसे छोटे अनजुमन शेख अपने मिलनसार स्वभाव के कारण पूरे शहर में पहचाने जाते थे। उनकी ईमानदारी और मेहनत ने उन्हें समाज में एक विशेष स्थान दिलाया था। उनके निधन से उनके करीबी दोस्त और रिश्तेदार स्तब्ध हैं और विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि वे अब हमारे बीच नहीं रहे।
अनजुमन शेख अपने पीछे एक बेटी, एक बेटा और पत्नी को छोड़ गए हैं। उनके परिवार के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है। पारिवारिक जानकारी के मुताबिक, उनका अंतिम संस्कार आज शाम 2 बजे चिड़ावाली कब्रिस्तान में किया जाएगा। उनकी अंतिम यात्रा में शहर के सभी वर्गों के लोग शामिल होकर उन्हें अंतिम विदाई देंगे।
हमेशा मुस्कुराने वाले अनजुमन शेख के अचानक चले जाने से हर वर्ग में शोक व्याप्त है। समाज के हर वर्ग में उनकी विशेष पहचान थी और उनका हर किसी के साथ अच्छा व्यवहार था। अनजुमन शेख ने अपने जीवन में जिस तरह से लोगों के दिलों में जगह बनाई, वह अद्वितीय है। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की जा रही है।
अनजुमन शेख की यादें और उनका मुस्कुराता चेहरा हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेगा। उनके निधन से एक ऐसा शून्य उत्पन्न हुआ है जिसे भरना मुश्किल है। समाज और परिवार में उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी। बता दे कि परिवार ने बारूद बनाने की पुश्तैनी विरासत को आज भी सहेज के रखा हुआ है, इसमें महरूम अनजुमन शेख की भी एक भूमिका रही।