शिमला 15 जून : हिमाचल प्रदेश तहसील कल्याण अधिकारी महासंघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने अध्यक्ष देवेन्द्र कुमार के नेतृत्व में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सचिव एवं निदेशक किरण भड़ाना से अपनी मांगों को लेकर भेंट की। उन्होंने सचिव एवं निदेशक को बताया कि तहसील कल्याण अधिकारी कार्यालय में डाटा एंट्री ऑपरेटर की विशेष जरूरत है, ताकि कार्यालय का रिकार्ड का सही परिप्रेक्ष्य में डाॅक्युमेंटेशन किया जा सके। इसके अतिरिक्त तहसील कल्याण अधिकारी कार्यालय में रिक्त पड़े पदों को शीघ्र भरने का भी आग्रह किया गया।
इस मौके पर हिमाचल प्रदेश कर द्वारा हाल ही में लॉन्च की गई इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के विषय में चर्चा की गई। महासंघ के अध्यक्ष देवेंद्र कुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रदेश की महिलाओं के कल्याण के लिए एक अति महत्वपूर्ण योजना की शुरुआत की है, जिसमें प्रदेश की पात्र महिलाओं को 1500 रुपए प्रतिमाह सम्मान निधि के रूप में विभाग द्वारा प्रदान की जाएगी। इस विषय में सभी तहसील कल्याण अधिकारियों के कार्यालय में महिलाओं के आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश के सभी तहसील कल्याण अधिकारी कार्यालय में केवल तीन स्वीकृत पद हैं, इनमें से अधिकतर पद रिक्त चल रहे हैं एवं कई अधिकारियों के पास अतिरिक्त कार्यभार है। ऐसी स्थिति में हजारों की संख्या से प्राप्त होने वाले आवेदनों की रिकॉर्ड कीपिंग, छंटनी, सत्यापन इत्यादि करना कठिन है। कार्यालय में पर्याप्त स्टाफ न होने के कारण सरकार की योजनाओं को सही परिप्रेक्ष्य में कार्यान्वित करने में कठिनाई पेश आ रही है।
अध्यक्ष ने बताया कि महासंघ शीघ्र ही अपनी मांगो को लेकर मुख्यमंत्री महोदय से भी मुलाकात करेगा। सचिव एवं निदेशक ने तहसील कल्याण अधिकारी महासंघ की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधि मंडल में महासंघ के महासचिव सुरेंद्र बिमटा, कोषाध्यक्ष मुकुल चौहान, मीडिया प्रभारी सतीश शर्मा, नितिश कुमार और प्रदीप सिंघा मौजूद रहे।