कुल्लू (एमबीएम न्यूज़): जिला कुल्लू का पनगां-कशेरी-गलूण सड़क मार्ग भारीबारिश के कारण अवरूद्ध हो गया है। इस सड़क मार्ग पर भारी भूस्खलन होने के कारण वाहनों की आवाजाही पूर्ण रूप से बंद हो गई है जिसके कारण यहां की जनता को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत बनने जा रही इस सड़क की हालत दिन-प्रतिदिन खस्ता होती जा रही है। गौर रहे कि इस सड़क का निर्माण 20 मार्च 2007 को शुरू हुआ था, लेकिन 9 वर्ष बीत जाने पर भी इस सड़क मार्ग का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है।
उधर बरसात के चलते इस सड़क मार्ग के बंद होने जाने से यहां के 10 गांवों के बाशिंदों को भारी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। वहीं, आजकल सेब सीजन के चलते सेब को सब्जी मंडी तक पहुंचाना मुश्किल हो गया है। गांववासी मेहर चंद ठाकुर, प्रेम चंद ठाकुर, फतह चंद ठाकुर, बालक राम ठाकुर, दुनी चंद ठाकुर, प्रदीप ठाकुर, चुनी लाल ठाकुर सहित अन्य गांव के लोगों का कहना है कि जब-जब बारिश या सर्दी के मौसम में बर्फ पड़ती है तो उक्त सड़क मार्ग कई दिनों तक भूस्खलन, भारी कीचड़-पत्थर होने के कारण कई महीनों तक बंद हो जाता है जिससे डेफरी, जलसा, थली, धारशा, सोखणी, नयालग, कनौनी, शेगली, कशेरी व गलूण सहित 10 गांवों के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
गौर रहे कि 5 माह पहले भी पनगां-गलूण सड़क मार्ग भारी भूस्खलन के चलते अवरूद्ध हो गया था और लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। लोगों का कहना है कि इस समस्या के समाधान हेतू संबंधित विभाग के अधिकारियों को भी कई बार अवगत करवाया गया है लेकिन विभाग के कान में जूं तक नहीं रेंगी। सड़क मार्ग के अवरूद्ध हो जाने से यहां के लोगों को 14 किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर अपने घरों तक पहुंचना पड़ रहा है।
गांववासियों का कहना है कि यदि विभाग द्वारा यदि जल्द से जल्द इस सड़क मार्ग हो ठीक नहीं किया गया तो ग्रामीण धरना करने पर मजबूर हो जाएंगे। उधर, इस समस्या के समाधान हेतू गांववासी पीडब्ल्यूडी कुल्लू के अधिशाषी अभियंता से मिले तथा इस समस्या बारे उन्हें अवगत करवाया। उन्होंने गांववासियों को विश्वास दिलाया है कि लोगों की असुविधा को देखते हुए शीघ्र ही इस सड़क मार्ग को वाहन योग्य बनाया जाएगा।बारिश के कारण अवरूद्ध हो गया है।
इस सड़क मार्ग पर भारी भूस्खलन होने के कारण वाहनों की आवाजाही पूर्ण रूप से बंद हो गई है जिसके कारण यहां की जनता को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत बनने जा रही इस सड़क की हालत दिन प्रतिदिन खस्ता होती जा रही है। गौर रहे कि इस सड़क का निर्माण 20 मार्च 2007 को शुरू हुआ था लेकिन 9 वर्ष बीत जाने पर भी इस सड़क मार्ग का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है।
उधर, बरसात के चलते इस सड़क मार्ग के बंद होने जाने से यहां के 10 गांवों के बाशिंदों को भारी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। वहीं, आजकल सेब सीजन के चलते सेब को सब्जी मंडी तक पहुंचाना मुश्किल हो गया है। गांववासी मेहर चंद ठाकुर, प्रेम चंद ठाकुर, फतह चंद ठाकुर, बालक राम ठाकुर, दुनी चंद ठाकुर, प्रदीप ठाकुर, चुनी लाल ठाकुर सहित अन्य गांव के लोगों का कहना है कि जब-जब बारिश या सर्दी के मौसम में बर्फ पड़ती है तो उक्त सड़क मार्ग कई दिनों तक भूस्खलन, भारी कीचड़-पत्थर होने के कारण कई महीनों तक बंद हो जाता है जिससे डेफरी, जलसा, थली, धारशा, सोखणी, नयालग, कनौनी, शेगली, कशेरी व गलूण सहित 10 गांवों के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
गौर रहे कि 5 माह पहले भी पनगां-गलूण सड़क मार्ग भारी भूस्खलन के चलते अवरूद्ध हो गया था और लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। लोगों का कहना है कि इस समस्या के समाधान हेतू संबंधित विभाग के अधिकारियों को भी कई बार अवगत करवाया गया है लेकिन विभाग के कान में जूं तक नहीं रेंगी। सड़क मार्ग के अवरूद्ध हो जाने से यहां के लोगों को 14 किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर अपने घरों तक पहुंचना पड़ रहा है। गांववासियों का कहना है कि यदि विभाग द्वारा यदि जल्द से जल्द इस सड़क मार्ग हो ठीक नहीं किया गया तो ग्रामीण धरना करने पर मजबूर हो जाएंगे।
उधर, इस समस्या के समाधान हेतू गांववासी पीडब्ल्यूडी कुल्लू के अधिशाषी अभियंता से मिले तथा इस समस्या बारे उन्हें अवगत करवाया। उन्होंने गांववासियों को विश्वास दिलाया है कि लोगों की असुविधा को देखते हुए शीघ्र ही इस सड़क मार्ग को वाहन योग्य बनाया जाएगा।