संगड़ाह, 11 मई : अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पर्यावरणविद किंकरी देवी की स्मृति में उनके गृह नगर संगड़ाह में 27 लाख खर्च करने पर भी कार्य अधूरा है। किंकरी देवी के परिजनों व पार्क समिति पदाधिकारियों ने गेट, शौचालय, गजेबो आदि की मरम्मत न करने पर संबंधित विभाग के प्रति रोष जताया है। किंकरी देवी के पौत्र एवं समिति महासचिव बिजेंद्र कुमार तथा संस्थापक सदस्य लायक राम ने विभाग के प्रति नाराजगी जताते हुए इस मामले को लेकर अपील की है।
उन्होंने कहा कि संगड़ाह में कार्य रुकने के बाद दो साल से इसमें हुए घोटाले की जांच पूरी न होना बता रहे हैं। वहीं जिला पंचायत अधिकारी कार्यालय के कर्मचारियों के अनुसार जांच पूरी हो चुकी है और वित्तीय अनियमितताओं के लिए पंचायत को रिकवरी के आदेश दिए गए हैं। समिति पदाधिकारियों ने कहा कि 27 लाख का उपलब्ध बजट खत्म होने के बावजूद यदि काम अधूरा है तो विभाग को अतिरिक्त बजट का प्रस्ताव डीसी सिरमौर अथवा उच्च अधिकारियों को भेजना चाहिए।
उन्होंने इस बात पर खेद जताया कि जिस राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता किंकरी देवी के नाम पर अक्तूबर 2020 में कौन बनेगा करोड़पति में अमिताभ बच्चन ने 50 लाख का सवाल फूलबासन यादव से पूछा था। उसके नाम के एकमात्र पार्क के फिनिशिंग संबंधी काम व गेट, गजेबो तथा शौचालयों की मरम्मत के लिए हिमाचल सरकार 5-10 लाख का अतिरिक्त बजट नहीं दे पा रही है।
डीएलओ सिरमौर की प्रपोजल पर यहां किंकरी देवी की प्रतिमा लगाने व संग्रहालय के लिए भी भाषा विभाग ने 4 साल से बजट जारी नहीं किया। जल्द लंबित पार्क तैयार न होने पर उन्होंने भीम आर्मी जैसे दलित संगठनों के सहयोग से इस मामले को जोर-शोर से उठाने की भी बात कही। बीडीओ संगड़ाह चिराग शर्मा ने बताया कि डीपीओ द्वारा करवाई जा रही किंकरी पार्क में अनियमितताओं की इन्क्वायरी पूरी न होने के चलते काम रोका गया है।