बिलासपुर, 25 अप्रैल : फायर सीजन में जंगलों में लगने वाली आग की घटनाओं पर काबू पाने के लिए वन विभाग बिलासपुर पूरी तरह से तैयार हो गया है। विभाग ने बिलासपुर डिवीजन में 150 वन कर्मियों की छुट्टियों को भी रद्द कर दिया है। यह फायर सीजन 15 जून तक जारी रहेगा, इस बीच वन विभाग के कर्मचारी व अधिकारी दिन रात अपनी डयूटी पर तैनात रहेंगे। वहीं, एहतियात के तौर पर वन विभाग ने जिला की सभी 83 वीटों में फायर वाचर की तैनाती कर दी है। इसके साथ ही फायर सीजन के दौरान सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की छुट्टियों को भी रद्द कर दिया गया है।
वन विभाग बिलासपुर के डीएफओ राजीव कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि 15 अप्रैल से 15 जून तक फायर सीजन के दौरान आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए तमाम तैयारियां पूरी की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा जिला स्तर पर कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। विभाग द्वारा कोशिश की जा रही है कि जिला की अति संवेदनशील वीटों में ज्यादा से ज्यादा स्टाफ की तैनाती की जाए, ताकि समय रहते आगजनी की घटनाओं पर तुरंत काबू पाया जा सके। इसके साथ ही ब्लॉक स्तर पर कमेटियां भी बनाई गई है।
उन्होंने बताया कि अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह जिला भर में होने वाली ग्राम सभाओं में जाकर लोगों को वन संपदा को बचाने के प्रति जागरूक करें। डीएफओ ने बताया कि आग की घटनाओं को रोकने और आम लोगों को जागरूक करने के लिए जागरूकता शिविरों में ग्रामीणों के अलावा, स्कूलों में भी अभियान चलाकर लोगों को जंगलों में लगने वाली आग बुझाने में सहयोग करने की अपील की जाएगी।
उन्होंने कहा कि जंगलों को बचाने के लिए हम सभी को एकजुट होना होगा। आगामी फसलों के कार्यों के दौरान किसान खेतों में खरपतवार को जलाने में सावधानी बरतें। ग्रामीण व किसान इसे बुझाकर ही घर जाएं, ताकि आगजनी की घटना को बढ़ावा न मिल पाए।
उन्होंने बताया कि आग लगने की घटनाओं में फायर कर्मियों की मदद तो मिलेगी ही साथ ही इस बार जिला प्रशासन भी समन्वय रहेगा। बहरहाल, वन संपदा को बचाने के लिए वन विभाग ने कमर कस ली है। लिहाजा अप्रैल में जहां कुछ राहत के आसार हैं वहीं, मई और जून माह वन विभाग के लिए मुश्किल भरे हो सकते हैं। @K1