चंडीगढ़, 23 अप्रैल : आखिरकार, पंजाब रोडवेज (PUNBUS) ने चंडीगढ़ के 43 सेक्टर बस स्टैंड को बाय-बाय कर दी है। रोडवेज की बसें मंगलवार से मोहाली फेस-6 के बस स्टैंड से संचालित होनी शुरू हो गई हैं।
खास बात ये है कि पंजाब रोडवेज के चालक व परिचालक के संगठन ने ही बस स्टैंड को शिफ्ट करने का फैसला लिया है। हालांकि, पुष्टि नहीं है, लेकिन बताया जा रहा है कि पंजाब रोडवेज के प्रबंधन से मंजूरी लेने की बजाय संगठन ने अपने स्तर पर ही कड़क निर्णय लिया है। हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) के नजरिए से भी पंजाब रोडवेज का निर्णय अहम है, क्योंकि एचआरटीसी भी चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (CTU) की कथित धौंसबाजी से परेशान है।
पंजाब के निर्णय के बाद एचआरटीसी का भी सीटीयू से टकराव बढ़ सकता है। उल्लेखनीय है कि चंडीगढ़ से हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम की करीब 500 बसें अप-डाउन करती हैं। इसके लिए निगम 43 सेक्टर बस स्टैंड पर बसों की पार्किंग के लिए ही 35 लाख रुपए हर माह खर्चता है। फेज-6 में ये खर्च घटकर 15 लाख होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
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एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने हाल ही में इस बात का भी खुलासा किया था कि सेक्टर 43 की बजाय मोहाली में बस स्टैंड की शिफ्टिंग से निगम को करोड़ों रुपए की किफायत हो सकती है। बताया जा रहा है कि मंगलवार को निगम के डीएम ने चंडीगढ़ का दौरा किया। इस दौरान यूनियन ने मुद्दे को प्रमुखता से उठाया।
इसी बीच स्टेट एचआरटीसी कंडक्टर यूनियन चंडीगढ़ के प्रधान नवीन ठाकुर, वरिष्ठ प्रधान रणजीत सिंह व सचिव दिपेंद्र कंवर ने कहा कि सीटीयू प्रबंधन के खिलाफ पीआरटीसी (PRTC) के आंदोलन का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि सीटीयू की मनमानी को लेकर प्रबंधन को अवगत करवाया गया है। उन्होंने कहा कि सीटीयू प्रबंधन द्वारा दूसरे राज्यों की बसों को काउंटर पर 5 मिनट का समय दिया जाता है, जबकि अपनी बसें एक-एक घंटे तक काउंटर पर ही लगी रहती हैं। इसके अलावा एक हजार से 1200 तक पार्किंग वसूली जाती है। सुविधा भी लेशमात्र ही है।
यूनियन का ये भी आरोप है कि सीटीयू द्वारा साधारण बसों के परमिट का इस्तेमाल एसी बसों के संचालन के लिए किया जा रहा है। इस वजह से दूसरे राज्यों के परिवहनों को वित्तीय घाटे का सामना करना पड़ रहा है। सीटीयू की मनमानी को लेकर पंजाब व हरियाणा के कर्मचारी संगठन भी संघर्ष कर रहे हैं। इस संघर्ष में स्टेट एचआरटीसी कंडक्टर यूनियन भी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।
बड़ी बात ये है कि हिमाचल प्रदेश् पथ परिवहन निगम की चंडीगढ़ कंडक्टर यूनियन ने प्रबंधन से हिमाचल की बसों का संचालन पंजाब की तर्ज पर मोहाली फेज-6 से करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि निगम की बसों का चंडीगढ़ में प्रवेश बंद होता है, उस सूरत में सीटीयू की बसों को भी हिमाचल में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
उधर, मंगलवार को पंजाब रोडवेज की बसों की शिफ्टिंग का असर सेक्टर 43 बस स्टैंड पर देखने को मिला। बताया गया कि बसों में सवारियों की तलाश में सीटीयू के स्टेशन सुपरवाइजर को भी मैदान में उतरना पड़ा। फिलहाल, सीटीयू प्रबंधन का इस मसले पर पक्ष उपलब्ध नहीं है। सीटीयू द्वारा एमबीएम न्यूज नेटवर्क को प्रतिक्रिया भेजी जाती है तो इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया जाएगा।
@R1