शिमला, 20 अप्रैल : हमीरपुर से भाजपा के दिग्गज अनुराग ठाकुर की जीत को रोक पाना मुश्किल ही नहीं, बल्कि नामुमकिन है। अनुराग के सितारे इतने प्रबल हैं कि उनके सामने विपक्षियों का टिकना मुश्किल है। धन लग्न व कन्या नवांश में 24 अक्तूबर 1974 को जन्मे अनुराग ठाकुर की कुंडली में 7 से अधिक राजयोग हैं।
केंद्र की राजनीति में उनके सितारे बेहद उज्जवल हैं। उनका मूलांक 6 है, जिसका प्रतिनिधित्व शुक्र ग्रह करते हैं। शुक्र को ग्लैमर का कारक माना जाता है। जहां पहुंचने के लिए लोगों को वर्षों लग जाते हैं, वहां ग्रहों की अनुकूल स्थिति ने ही अनुराग को युवावस्था में राजनीति की ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। धन लग्न में जन्मे व्यक्ति अपने लक्ष्य के प्रति बेहद संजीदा होते हैं। ये स्पोर्ट्स लवर भी होते हैं।
धन लग्न का स्वामी बृहस्पति उनकी कुंडली में तृतीय पराक्रम भाव में बैठा है, जिसने उन्हें सुंदर व्यक्तित्व, दृढ़ निश्चय साथ ही मेहनती व्यक्ति बनाया। चौथे भाव का मालिक होने के चलते वह जनता में लोकप्रिय हुए, साथ ही उनकी जनसभाओं में अपार भीड़ उमड़ने के योग कारक भी हुए।
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अनुराग ठाकुर को वर्तमान में शनि की महादशा में केतु का अंतर चल रहा है। अनुराग की कुंडली में एकादश भाव, जिसे लाभ का भाव भी कहा जाता है, 4 ग्रह उत्तम स्थिति में बैठे हुए हैं। शुक्र ने अपनी ही तुला राशि में बैठकर मालव्य योग का निर्माण किया है। यह पंच महापुरुष योगों में से एक है। इसके अलावा बुद्धि, वाणी व राजदरबार का मालिक बुध सूर्य के साथ एकादश में ही स्थित है। जो बुध आदित्य योग का निर्माण कर रहा है। उनका बृहस्पति कुंडली में वर्गोत्तम है।
2022 में जैसे ही धन लग्न से शनि की साढ़ेसती खत्म हुई, अनुराग को दो-दो महत्वपूर्ण पोर्टफोलियो की जिम्मेदारी मिली। शनि उनके सातवें घर में बैठा है। वह धन व पराक्रम स्थान के मालिक हैं। इस दशा में वह बेहद मेहनती बनेंगे, क्योंकि शनि को मेहनत करने वाला ग्रह माना गया है। वहीं बुध, जिसे बुद्धि व वाणी का कारक कहा जाता है, स्वाति नक्षत्र में 9 डिग्री का होकर पूर्ण युवावस्था में कुंडली को बल प्रदान कर रहा है।
राज दरबार यानी दसवें घर का मालिक होने के चलते बुध ने उन्हें भाजपा सरकार में युवराज की तरह शानदार राजयोग प्रदान किया। डी-10 चार्ट में भी शनि, मंगल व चन्द्रमा बेहद मजबूत स्थिति में हैं। षडबल में उनकी कुंडली में भाग्य स्थान को सबसे अधिक मजबूती मिली है। उसके बाद दसवां व सातवां घर भी शानदार स्थिति में है।
अष्टवर्ग में सूर्य, मंगल व बृहस्पति बेहद प्रबल स्थिति में हैं। अष्टवर्ग में बुद्धि व वाणी के पांचवें स्थान को सबसे अधिक 37 अंक प्राप्त हुए हैं। नवम एवं पंचम का सुंदर संयोग जातक की पिछले जन्म में किए गए पुण्यों को दर्शाता है। इस चुनाव के बाद अनुराग ठाकुर देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी अपने नाम का डंका बजाएंगे।
इसके अलावा उनके दूसरे घर में चन्द्रमा ने उन्हें धनवान व ओजस्वी वक्ता बनाया है। छठे घर में केतु होने से वह शत्रुओं से थोड़े परेशान रहेंगे। मगर बृहस्पति की चौथी दृष्टि पड़ने से वह शत्रुओं को रणनीति बनाकर परास्त करेंगे। स्वास्थ्य सम्बन्धी दिक्कतें रह सकती है। उनको अपने गले का विशेष ध्यान रखना होगा। राहु 12 भाव में होने के चलते उन्हें थोड़ा अपव्यय व बुरे व्यसनों से बचने की आवश्यकता है।
बृहस्पति की अनुकूलता को बनाए रखने के लिए उन्हें मांस-मदिरा के सेवन से परहेज करना होगा। उन्हें गऊशालाओं में आर्थिक रूप से सहयोग करना चाहिए। उन्हें सफेद पुखराज के साथ इटालियन मूंगा धारण करना चाहिए। कुल मिलाकर, अनुराग का आने वाला भविष्य राजनीति में बहुत श्रेष्ठ रहेगा।
@R1