हमीरपुर, 7 अप्रैल : गरीब मेधावी छात्र उच्च शिक्षा से वंचित न हो, इसके लिए राजकीय महाविद्यालय भोरंज के प्राध्यापक शिक्षा लौ जगाने के साथ आर्थिक मदद करने में सराहनीय कार्य कर रहे हैं। महाविद्यालय में इस कार्य के लिए छात्र सहायता कोष का गठन चार साल पहले किया गया है, लेकिन अब यह सक्रियता के कार्य करके गरीब बच्चों को सहारा बन गया है।
कॉलेज के प्राध्यापक (Professor) इस कोष में अधिकतम 2000 रूपए और कम से कम 500 रूपए का योगदान देकर सहायता कोष राशि को जमा कर रहे हैं। यह जमा राशि साल भर 50 हजार रूपए तक पहुंच रही है। छात्र सहायता कोष के सही संचालन के लिए कॉलेज स्तर पर कमेटी का गठन किया गया है। जमा पूंजी को खाते में जमा करवाकर इनका गरीब परिवारों के बच्चों को उच्च शिक्षा देने के लिए उपयोग किया जा रहा है। इस राशि में से कॉलेज प्रशासन गरीब बच्चों की फीस भरने, किताबों व अन्य शैक्षणिक गतिविधियों पर मदद कर रहा है।
कॉलेज प्राध्यापकों के इस कार्य की बच्चों के अभिभावक भी सराहना कर रहे हैं। अभिभावकों का कहना है कि एक ओर प्राध्यापक बच्चों को पढ़ाकर उनका चहुंमुखी विकास कर रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर अपने वेतन के आर्थिक मदद करके समाज के लिए प्रेरणा स्त्रोत बनने का कार्य कर रहे हैं। कॉलेज प्रशासन की यह अनूठी पहल अनुकरणीय व प्रशंसनीय है। इस वर्ष कॉलेज प्रशासन द्वारा 14 गरीब बच्चों जिनमें संजीव कुमार, काजल, प्रिया, कपिल, रिशु देवी, शिल्पा देवी, मनीषा शर्मा,शगुन, दीक्षा शर्मा, तमन्ना चौधरी, अमित कुमार, विशाल बन्याल, पूजा देवी, मोनिका चंदेल, निशांत शर्मा को मेधावी छात्रवृत्ति के रूप में करीब 14 हजार राशि दी है।
क्या कहते हैं महाविद्यालय के प्राचार्य
राजकीय महाविद्यालय भोरंज के प्राचार्य (Principal) डॉ. विजय ठाकुर का कहना है कि महाविद्यालय में छात्र सहायता कोष का गठन किया गया है। इसमें प्राध्यापक गरीब बच्चों की मदद के लिए धन राशि जमा करवाते हैं। इस राशि से गरीब मेधावी बच्चों को आर्थिक मदद की जाती है। इस बार 14 बच्चों को राशि बांटी गई है।@K1