शिमला, 6 अप्रैल : शिमला शहर के जंगलों में कूड़े के अंबार लगे हुए है। लोग कूड़ा शहर के जगलो में फेंक रहे है। वहीं अब जंगलों से कूड़ा साफ करने का नगर निगम द्वारा अभियान शुरू कर दिया है, जिसमे स्कूली बच्चों के साथ स्थानीय लोगों को शामिल किया जा रहा है। शनिवार को नवबहार से राजभवन तक सफाई अभियान चलाया गया, जिसमें सेंट थॉमस स्कूल के छात्रों के साथ महापौर, उप महापौर सहित पार्षदो और स्थानीय लोगों ने जंगलों में पड़े कूड़े को उठाया और इस दौरान दो बड़े टिप्पर जिसमे करीब चार टन कूड़ा एकत्रित किया।
स्कूली छात्रों ने इस दौरान शहर वासियों और पर्यटकों से शहर के जंगलों में कूड़ा न फेंकने की अपील की। छात्रों ने कहा कि ये बड़े शर्म की बात है कि यहां जंगलों में लोग शराब की बोतलें और चिप्स के पैकेट खुले में फेंक रहे है और पर्यावरण को भी नुक्सान पहुंचा रहे है। शिमला शहर सभी का है इसको साफ-सुथरा रखने का दायित्व भी सभी का है। लोगों को खुद सामने आना चाहिए और सफाई करने के साथ ही जंगलों में कूड़ा नही फेंकना चहिए।
वहीं नगर निगम के महापौर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि शहर के जंगलों को साफ करने का अभियान शुरू किया गया है और आज राजभवन तक यह अभियान चलाया गया है जिसमें स्कूली बच्चे सफाई कर्मियों के साथ स्थानीय लोग शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि शहर के जंगलों में लोग खुले में कूड़ा फेंक देते हैं जिससे पर्यावरण को नुकसान हो रहा है और सुंदरता पर भी यह एक तरह से दाग है।
सफाई कर्मी तो सफाई करते हैं लेकिन लोगों की भागीदारी भी इसमें सुनिश्चित हो इसको लेकर ही स्कूली बच्चे और स्थानीय लोगों को लेकर यह सफाई अभियान चलाए जा रहे हैं। आने वाले दिनों में भी शहर के अलग-अलग हिस्सों में जाकर खासकर जंगलों में पड़े कूड़े को साफ किया जाएगा। @K1