रामपुर, 3 अप्रैल : अप्पर शिमला के रामपुर उपमंडल में चार हफ्ते पहले हुई तीन तेंदुओं की रहस्यमयी मौेत से पर्दा उठ गया है। इनकी मौत कीटनाशक युक्त जहरीले पदार्थ के सेवन से हुई है। इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ है। रामपुर पुलिस ने तेंदुओं की मौत पर अब अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। रामपुर तहसील के रेंज वन अधिकारी सुरेंद्र गुप्ता ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है कि बीते आठ मार्च को रामपुर के जगुनी जंगल में तीन तेंदुए और एक बछड़ा मृत मिला था। इनके शवों का पोस्टमार्टम करवाया गया। पशुपालन विभाग के चिकित्सा अधकारी ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा है कि तीनों तेंदुओं और बछड़े की मौत ऑर्गेनोफॉस्फोरस कीटनाशक विषाक्तता के कारण हुई है।
दरअसल रामपुर की डसा पंचायत में तेंदुए और बछड़ा मृत मिले थे। इनमें अढ़ाई साल की मादा तेंदुआ और आठ-आठ महीने के दो शावक थे। एक तेंदुआ तड़पते हुए देखा गया था। ग्रामीणों की शिकायत पर वन विभाग ने तीनों मृत तेंदुए और मृत गाय के बछड़े का पोस्टमॉर्टम करावाया था, अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई है। वन विभाग के अनुसार तीनों मृतक तेंदुए के शरीर पर किसी भी तरह का कोई घाव नहीं मिला। जिस कीटनाशक से मौत की पुष्टि हुई है, उसका पैकेट भी वन विभाग को मौके पर मिला था।
डीएसपी रामपुर नरेश शर्मा ने बुधवार को बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कीटनाशक के सेवन को मौत का कारण बताया गया है। वन विभाग के अधिकारियों की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 429 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।