नाहन/अंजू शर्मा, 02 अप्रैल : नाहन शहर के बस स्टेंड स्थित शीतला माता मंदिर में अंतिम मंगलवार को बासडे का पर्व बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। दूरदराज से आए श्रद्धालुओं ने माता शीतला मंदिर में माथा टेका और अपने बच्चों व परिवार के स्वास्थ्य लाभ की मनोकामनाएं मांगी। शीतला माता मंदिर में बच्चों को माथा टेकने के लिए विशेष रूप से लाया जाता है, ताकि बच्चे निरोगी रहें। खास बात यह है कि बच्चों के यहां माता का आशीर्वाद लेने से उन्हें चिकन पॉक्स व त्वचा संबंधी रोग नहीं होते।
रात्रि 12 बजे से ही मंदिर में भारी संख्या में महिला, पुरुष बच्चों सहित माता के दर्शन के लिए पहुंचना शुरू हो गए थे। कई घंटों तक लंबी कतार में इंतजार करने के बाद श्रद्धालुओं ने माता के चरणों में शीश नवाकर अपने परिवार के सुख समृद्धि की कामना की। मंगलवार शाम तक मंदिर में श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी रही।
कच्चा टैंक में बस स्टैंड के समीप शीतला माता के प्रांगण में श्रद्धालुओं ने गुलगुले, हल्दी, नमक, गुड़ की भेली, पूरी और चने का भोग लगाकर माता से अपने बच्चों के स्वास्थ्य व लंबी आयु की कामना की। माता के मंदिर में भोग लगाने के पश्चात मंगलवार को दिन भर उसी बासा भोजन को ग्रहण किया जाता है। इसी वजह से इस पर्व को बासडे कहा जाता है। माना जाता है कि आज के उपरांत घर में पकाया भोजन दूसरे समय स्वतः ख़राब होना शुरू हो जाता है।
मंदिर की महिला पुजारी ने बताया कि सदियों से चली आ रही परंपरा के अनुसार माता शीतला मंदिर पर हर साल होली के बाद वीरवार और मंगलवार को दूरदराज से श्रद्धालु अपने बच्चों की सुख समृद्धि की कामना के लिए यहां आते हैं। इस दौरान गुड़ से बने पकवान और भोग माता के मंदिर में चढ़ाते हैं।