शिमला, 30 मार्च : राज्यसभा चुनाव में खरीद-फरोख्त मामले में नामजद हमीरपुर से निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा और गगरेट के पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा शनिवार को बालूगंज पुलिस थाना में पेश हुए। जानकारी अनुसार इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने दोनों से लगभग तीन घंटे तक पूछताछ की।
निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा पिछले कल भी थाने में पेश हुए थे, जबकि पूर्व आईएएस राकेश ने शनिवार को पहली बार थाने में हाजिरी भरी। इन्हें पुलिस जांच में शामिल करने के बाद पुलिस ने उनके बयान दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बता दें कि विधायक आशीष शर्मा और सेवानिवृत्त आईएएस राकेश शर्मा के विरूद्ध शिमला के बालूगंज पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज हुई है। एफआईआर में इनके अलावा अन्य अज्ञात लोगों को भी नामजद किया गया है। आरोपियों के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराएं लगाई गई हैं। कांग्रेस के दो विधायकों संजय अवस्थी और भुवनेश्व गौड़ की शिकायत पर पुलिस ने यह एक्शन लिया है।
शिकायत के मुताबिक बागी पूर्व विधायक के पिता और निर्दलीय विधायक पर राज्यसभा चुनाव में वोटों की खरीद-फरोख्त करने, रिश्वत व पैसों के लेन-देन का आरोप लगा है। इन पर राज्यसभा चुनाव को गलत तरीके से प्रभावित करने का भी आरोप है। शिकायतकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया है कि आरोपियों ने सरकार गिराने के लिए षड्यंत्र रचा। गगरेट के पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा उत्तराखंड में मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।
दरअसल एफआईआर में 171 ई और 171 सी, 120 बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के सेक्शन 7 व 8 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है।