शिमला, 14 मार्च : प्रदेश की राजधानी शिमला में आने वाले पर्यटकों और स्थानीय लोगों को रोजाना जाम की समस्या से जूझना पड़ता है। लेकिन अब लोगों को जाम की समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा। जाम से निजात दिलाने के लिए शिमला के पहले विधानसभा से विक्ट्री टनल तक बनने वाले फ्लाईओवर का काम शुरू हो गया है। यह जानकारी नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान ने एफसीपीसी की बैठक के बाद दी।
महापौर सुरेंद्र चौहान ने बताया कि विधान सभा से विक्ट्री टनल तक बनने वाला फ्लाईओवर 25 करोड़ की लागत से बनकर तैयार होगा। जिसकी लंबाई 220 मीटर होगी। फ्लाईओवर का कार्य लगभग एक वर्ष में पूरा होना संभावित है। नगर निगम शिमला के महापौर सुरेन्द्र चौहान ने कहा कि शिमला को जाम मुक्त करने के लिए फ्लाईओवर और टनल्स बनाना ही एकमात्र रास्ता है, जिसमें पहले फ्लाईओवर का कार्य युद्ध स्तर पर चला हुआ है। महापौर ने कहा कि शिमला में कई क्रॉसिंग और चौराहे ऐसे है जहां अकसर जाम लगा रहता है। लोगों को आवाजाही में बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं।
महापौर ने कहा कि विधानसभा विक्ट्री टनल फ्लाईओवर के बाद खलीनी में दूसरा फ्लाईओवर बनाने का प्रस्ताव है जिसका कार्य जल्द शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा छोटा शिमला से आईजीएमसी तक टनल बनाने का प्रस्ताव भी सरकार के समक्ष रखा है। जिसमें मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी संज्ञान लिया है और इसकी डीपीआर लगभग बनकर तैयार हो गई है।
वहीं, आज महापौर सुरेंद्र चौहान की अध्यक्षता में संविदा और योजना समिति की मासिक बैठक हुई। जिसमें निगम के कर्मचारियों को डीए जारी करने सहित विभिन्न विकास कार्य को मंजूरी दी गई। इनमें रिवोली के पास बनाई गई दुकानों का आवंटन लॉटरी के माध्यम से करने और विभिन्न प्रकार के टेंडरो को जल्द से जल्द अलॉट करने के फैसले शामिल हैं। सुरेंद्र चौहान ने बताया कि आने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए इस बैठक में अधिकतर कार्यों को मंजूरी दे दी गई है, जिससे चुनाव आचार संहिता के समय विकास कार्य प्रभावित न हो।