नाहन, 12 मार्च : पहाड़ की पारम्परिक वाद्य यंत्रों से आज की पीढ़ी को जोड़ने के लिए सिरमौर जिला के राजकीय प्राथमिक एवं मिडिल पाठशाला प्रेम नगर ने नई पहल शुरू की है। जिसमें विद्यालय की प्रातः वंदना और समूह गान पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ हो रही है। बता दे कि इन वाद्य यंत्रों को बजाने का जिम्मा भी बच्चों को ही दिया है।
सुबह की प्रार्थना सभा में बच्चे बैंड बाजे के साथ ढोलक, थाली, हारमोनियम और खंजरी के साथ प्रार्थना सभा आयोजित कर रहे हैं। मिडिल स्कूल प्रेम नगर के प्रभारी भविंद्र सिंह और प्राथमिक पाठशाला के प्रभारी मायाराम शर्मा ने कहा है कि इससे बच्चों को सह संज्ञानात्मक गतिविधियां सीखने में सहायता मिल रही है तथा बच्चों की प्रार्थना सभा संगीतमय आनंदपूर्वक आयोजित करवाने का प्रयास किया जा रहा है।
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प्रभारी मायाराम शर्मा ने कहा कि बच्चों को बचपन से ही संगीत के वाद्य यंत्रों को सिखाने के अच्छे परिणाम देखने को मिल रहे हैं। बच्चे इसमें बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं। पाठशाला के अध्यापक कपिल शर्मा, सृष्टि शर्मा, व एकता संगीत के साथ प्रार्थना सभा को किस तरह से आयोजित की जाती है। उसके लिए बच्चों को तैयार कर रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग के सचिव राकेश कंवर के प्रयासों से जो आपस में रिसोर्स शेयर करने के आदेश जारी हुए हैं। उसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। छोटे और बड़े बच्चों को एक साथ एक मंच प्रदान होने से बच्चे आपस में बहुत अच्छे ढंग से सीख रहे हैं। इससे बच्चों में प्रतिस्पर्धा की भावना बढ़ती है और बच्चे अच्छा करने का प्रयास करते हैं। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए इस तरह के प्रयास करने बहुत लाभकारी हैं।