शिमला, 09 मार्च : हिमाचल प्रदेश की तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी मोनिका भुटूंगरू का चयन यूनाइटेड किंगडम (UK) के प्रतिष्ठित फैलोशिप कार्यक्रम शेवलिंग इंडिया साइबर सिक्योरिटी (Chevening India Cyber Security) के लिए हुआ है। इससे आईपीएस (IPS) अधिकारी को भी साइबर क्राइम से निपटने की दक्षता को निखारने में मदद मिलेगी। फेलोशिप (Fellowship) के लिए आईपीएस अधिकारी क्रेन फील्ड यूनिवर्सिटी (Cranfield University) में विशेष प्रशिक्षण हासिल करेगी।
इस दौरान आईपीएस अधिकारी को विश्व भर के पेशेवरों के साथ विचारों का आदान-प्रदान व अनुभव को साझा करने का अवसर भी मिलेगा। साइबर सुरक्षा की चुनौतियों से निपटना मौजूदा समय की सबसे बड़ी मांग हो चुकी है।
फिलहाल ये साफ नहीं है कि हिमाचल से पहले किसी आईपीएस अधिकारी ने ये फेलोशिप हासिल की है या नहीं। लाहौल-स्पीति की रहने वाली आईपीएस अधिकारी मोनिका भुटूंगरू 2014 बैच की आईपीएस हैं। शिमला में बतौर पुलिस अधीक्षक कार्यभार शानदार रहा है। बीडीएस (BDS) करने के बाद यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा को क्रैक करने में सफलता अर्जित की थी।
शेवनिंग इंडिया साइबर सिक्योरिटी फेलोशिप (The Chevening India Cyber Security Fellowship) का उद्देश्य भारत में साइबर सुरक्षा या साइबर नीति का क्षेत्र है। फेलोशिप को यूके विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय द्वारा वित्त पोषित किया जाता है।
मोबाइल पर सबसे पहले पाएं हिमाचल की ताजा खबरें, यहां क्लिक कर ज्वाइन करें हमारा WhatsApp Group
फेलोशिप को क्रेन फील्ड यूनिवर्सिटी (Cranfield University) , यूनाइटेड किंगडम की रक्षा अकादमी द्वारा दी जाती है। दस-सप्ताह की फेलोशिप में साइबर सुरक्षा में नीति और विधायी दृष्टिकोण और राष्ट्रीय सुरक्षा, वाणिज्यिक अवसर, अपराध की रोकथाम और गोपनीयता के अधिकार के लिए इसके निहितार्थ की समझ प्रदान करती है।
कार्यक्रम के दौरान, अध्येता (Fellows) एक व्यक्तिगत शोध पत्र पर कार्य करेंगे, जिसे पाठ्यक्रम के अंत में प्रस्तुत किया जाएगा। फ़ेलोशिप मार्च के मध्य से मई के अंत तक चलेगी। फ़ेलोशिप पांच बिन्दुओ पर केंद्रित रहेगी,इसमें साइबर खतरे, ऑनलाइन व्यापार का अर्थशास्त्र, साइबर अपराध और इंटरनेट कानून व विशेष रूप से यूके और भारत के लिए प्रासंगिक मुद्दे और चुनौतियाँ।