शिमला, 09 मार्च : “कौन बनेगा करोड़पति” के नन्हे हिमाचली प्रतिभागी अरुणोदय शर्मा (Arunoday Sharma) ने हाल ही में सीईओ क्लब इंडिया (CEO Club India) द्वारा आयोजित वार्षिक कार्यशाला में विशेष वक्ता के रूप में भाग लिया। आईसीटी मौर्य (ICT Maurya) नई दिल्ली में आयोजित कार्यशाला में “अरुणोदय शर्मा” ने हिमाचल का मान बढ़ाया।
कार्यशाला में उद्योग जगत व अन्य क्षेत्र से ऐसी हस्तियों को आमंत्रित किया गया था, जिन्होंने समाज में अग्रणी योगदान दिया या फिर दूसरों के जीवन को प्रभावित किया। सीईओ क्लब की कार्यशाला में “अरुणोदय शर्मा” ने छोटी उम्र में सफलता प्राप्त करने के बाद समाज में सकारात्मक बदलाव लाने व चिरस्थायी बनाने के लिए लगातार प्रयास जारी रखने की बात कही।
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चाइल्ड प्रोडिजी (Child prodigy) अरूणोदय शर्मा व पर्वतारोही प्रेम लता ने एक सत्र में हिस्सा लिया, जिसका थीम था “जीवन में ऊंची उड़ान भरने के लिए कभी भी बहुत जल्दी या बहुत देर नहीं होती है ” ( Its Never Too Early And Too Late to Soar High in life) दीगर है कि पर्वतारोही प्रेम लता ने 48 साल की उम्र में माउंट एवेरेस्ट (Mount Everest) पर चढ़ाई की थी व देश की सबसे उम्रदराज एवेटेस्टर बनी। गौरतलब है कि प्रेमलता अग्रवाल भारत की पहली उम्रदराज महिला हैं, जिन्होंने 48 साल की उम्र 20 मई 2011 को एवरेस्ट का शिखर छुआ था। वहीं 50 वर्ष की उम्र में 23 मई 2013 को उत्तरी अमेरिका के अलास्का को फतह करके उन्होंने नई उपलब्धि हासिल की थी।
कार्यशाला में अरुणोदय शर्मा व पर्वतारोही प्रेमलता अग्रवाल का थीम के मुताबिक गजब कॉम्बिनेशन था। एक तरफ 9 साल की उम्र में वाक्पटुता (eloquence) से प्रसिद्धि हासिल करने वाला अरुणोदय शर्मा था तो वहीं दूसरी तरफ 48 साल की आयु में प्रसिद्धि हासिल करने वाली प्रेमलता थी। देश के हर कोने से सीईओ क्लब से संबंधित लोगों द्वारा इसमें भाग लिया गया।
बता दें कि इस प्रकार की कार्यशाला सीईओ क्लब इंडिया द्वारा देश के बड़े शहरों में आयोजित की जाती है। अरूणोदय शर्मा (KBC Fame Arunodya Sharma) ने कार्यशाला में थीम पर अपनी बात को विस्तार से रखते हुए रोचक किस्से का स्मरण भी किया। उन्होंने कहा कि जब केबीसी में चयन हुआ तो लीव अप्लाई (Leave Apply) की तो सब को लगा कि झूठ बोल रहा है,कहीं शादी में जाना होगा इसलिए बहाना बना रहा है। ऐसी सोच इस वजह से थी क्योंकि मेरी उम्र मात्र 9 साल की थी।
अरुणोदय ने कहा कि शोहरत का इस्तेमाल समाज में बदलाव लाने के लिए किया जाना चाहिए। अरुणोदय शर्मा ने बताया कि अगर प्रतिभा हो तो एक छोटे से शहर से छोटी उम्र में भी नाम कमाया जा सकता है।