नाहन, 24 फरवरी : शहर में कांग्रेस व भाजपा पार्षदों के बीच पार्किंग के उद्घाटन को लेकर तनातनी चल रही है। इस मामले में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल भी कूद चुके हैं। मामला विधानसभा में भी गूंजा। भाजपा ने शुक्रवार को “कांग्रेस को सद्बुद्धि” टैगलाइन से बड़ा चौंक में यज्ञ किया।
बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या पार्किंग के उद्घाटन से जनता का दिल जीता जा सकता है या फिर जनहित के कार्यों से मायने रखते है। मौजूदा में चौगान मैदान के समीप सेल्फी पॉइंट से पहले
“I Love My Sirmaur” के शब्दों की पट्टी को गायब हुए साल ही बीत चुका है। अब, दिलचस्प बात यह है कि सेल्फी प्वाइंट की रेलिंग भी टूट चुकी है। गनीमत यह है कि एल्युमिनियम से बनी टूटी रेलिंग का एक हिस्सा किनारे से चोरी नहीं हुआ था। उधर, शहर के सौंदर्य को तारों का जाल न केवल ग्रहण लगता है, बल्कि इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर नाकारा तारों को भी नहीं हटाते हैं। भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) का स्क्रैप सडको पर इधर उधर बिखरा हुआ पड़ा है।
करीब दो साल के भीतर दिल्ली गेट से महिमा पुस्तकालय तक दो मर्तबा सड़क की मेटलिंग हुई,स्थिति वही की वही है। बंदरो की बढ़ती आबादी व सफाई भी जवलंत मुद्दे है। नाहन फाउंड्री के एक हिस्से को पार्किंग के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, मगर मजाल है कि एक भी पार्षद इस मुद्दे पर आवाज बुलंद कर सके।
वहीं, शहर के सड़कों के किनारे अवैध पार्किंग को लेकर देखना यह भी होगा कि जिस पार्किंग को लेकर तनातनी चल रही है,उसका सही इस्तेमाल करवाने के लिए पार्षदों की क्या भूमिका होगी। तकरीबन 180 वाहनों के लिए निर्मित पार्किंग के उद्घाटन के बाद यह उम्मीद की जानी चाहिए कि यशवंत चौक से रानी लाल के गेट तक सड़कों के किनारे से अवैध वाहन हट जाएगी। रानीताल के छोटे गेट से बड़े गेट तक आपातकालीन स्थिति में एम्बुलेंस व फायर ब्रिगेड का पहुंचना मुमकिन ही नहीं है।
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उधर, एक तर्क यह भी है कि नगर परिषद द्वारा जब पार्किंग के नीलामी की जाती है तो इसमें मुनाफा कमाने की कोशिश की जाती है, जबकि नीलामी की दर एक सीमा तक होनी चाहिए ताकि बाद में ठेकेदार ऊंची दरों पर पार्किंग लेने का रोना रोकर वाहन धारकों से लूट खसूट न कर सके। नगर परिषद के पार्षदों को भी समय-समय पर पार्किंग का निरीक्षण करना चाहिए ताकि पार्किंग की सुविधा की आड़ में महंगे रेट न वसूले जाये।
पार्किंग के उद्घटान की तनातनी में उलझने की बजाय सत्ता व विपक्ष में पार्षदों को एक साथ बैठकर ये विचार करना चाहिए था कि कैसे पार्किंग की दरों को न्यूनतम रखा जाये ताकि लोग वाहनों को सड़को के किनारे से हटाकर नगर परिषद् की पार्किंग में पार्क करे। बता दे कि पक्का टैंक के किनारे निर्मित पार्किंग का उद्घाटन 21 फरवरी को अचानक ही नगर परिषद की चेयरपर्सन श्यामा पुंडीर ने कर दिया था लेकिन शहरी विभाग के निदेशालय के निर्देशों का हवाला देकर कांग्रेस पार्षदों में उद्घाटन पट्टिका को हटवाया दिया था। 25 फरवरी को नवनिर्मित पार्किंग का उद्घाटन विधायक अजय सोलंकी द्वारा किया जायेगा।
बहरहाल,शहर की जनता को ये तय करना है कि उद्घाटन कौन कर रहा है, इससे उनकी सोच पर असर पड़ता है या नहीं।