नाहन, 23 फरवरी : छात्रों में जीवन मूल्यों व अच्छे संस्कारों का आवाहन करने हेतु शुक्रवार को अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल नाहन में ‘रविदास जयंती’ के अवसर पर विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। प्रार्थना सभा के दौरान छात्रों ने निर्गुण भक्त कवि रविदास जी की वाणी को सुना व उनके सबद भी गुनगुनाए। विद्यालय की एक शिक्षिका ने छात्रों को संत रविदास जी के जीवन परिचय से परिचित करवाया। उन्होंने संत रविदास के शब्द दोहराए “ब्राह्मण मत पूजिए जो होवे गुणहीन, पूजिए चरण चंडाल के जो होवे गुण प्रवीण”।
अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल की निर्देशिका एवं प्रधानाचार्य दविंदर साहनी ने छात्रों को संबोधित करते हुए बताया कि महापुरुषों के जीवन, उनकी शिक्षाओं व जीवन मूल्यों को ग्रहण करके एक साधारण व्यक्ति भी विशिष्ट बन सकता है। कहा कि हम उनके जीवन परिचय तथा शिक्षाओं से ही संस्कार प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि वैभव व समृद्धि से परिपूर्ण व्यक्ति यदि चाहे तो भी बाजार से संस्कारों की प्राप्ति नहीं कर सकता। उसके लिए उसे महापुरुषों की शिक्षाओं को अपने व्यवहार में लाना ही होगा।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य ने छात्रों से रविदास जी की शिक्षाओं से संबंधित प्रश्न भी पूछे व छात्रों को पुरस्कृत किया। अध्यक्ष अनिल जैन एवं उपाध्यक्ष सचिन जैन ने मानवीय गुणों को ग्रहण करने के लिए प्रोत्साहित किया I