शिमला, 21 फरवरी : प्रदेश के 68 विधानसभा क्षेत्रों में बनने वाले डे बोर्डिंग स्कूलों में वन विभाग सहित बिजली विभाग से भूमि शिक्षा विभाग के नाम किए जाने की प्रकिया लटकी है। यानि जब तक इन दोनों विभागों से शिक्षा विभाग को मंजूरी नहीं मिल जाती तब तक राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल नहीं बन सकते। इसके लिए भूमि का शिक्षा विभाग के नाम होना जरूरी है।
विधानसभा में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने विभिन्न विधानसभा क्षेत्र में बनाए जाने वाले ऐसे स्कूलों का ब्यौरा दिया, जिसमें उन्होंने बताया कि वन भूमि में यह मामले फंसे हैं और भूमि को शिक्षा विभाग के अधीन किया जाना बाकी है, जिसके लिए प्रक्रिया जारी है।
इसमें बिलासपुर जिला का हटवार, सदर के लुहणू कनेता, नैना देवी के खुरानी, चंबा के उदयपुर, चुरह के बूइन, डलहौजी के फ्रोक्टा, भटियात के बनेट, भरमौर के देओल, हमीरपुर के कलर, नादौन के अमलेहड, चौपाल के उपमहाल बोधना, जुब्बल कोटखाई के सरस्वती नगर कसुम्प्टी के उपमहाल शनानन, रामपुर के कालना, रोहड़ू के बराड़ा, शिमला ग्रामीण के मरावग, शिमला शहरी के कलस्टन, ठियोग के गजैड़ी, इंदौरा के खडोल, नुरपुर के मठौली, देहरा के जखूनी, सुलह के लाहड़ उपरला, कांगड़ा के खोली, धर्मशाला के खरोता, बैजनाथ के धार बग्गी, मनाली के जगतसुख, कुल्लु के पिरडी, बंजार के देहुरी, आनी के गगनी अरसू, सराज के नौण चलयाला, सदर के मुहाल मजवाड़, सरकाघाट के मुहाल चंदराखड़ी, द्रंग के मुहाल सुराहण, धर्मपुर के झरेड़ा, करसोग, सुंदरनगर के भनवाड़ बल्ह के नागचला, नाचन के चलयाला, जोगिंद्रनगर के शानन, अर्की के जलाना रोहांज, कसौली के चंद्रचैणी, सिरमौर के बाग पिशोग, रेणुका के संगड़ाह, नाहन के बनोग, पांवटा साहिब के कुंजा मतरालियो, लाहौल स्पीति के शेगा में वन विभाग और बिजली विभाग की क्लीयरेंस में मामले फंसे हैं। राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल के लिए प्रदेश सरकार ने इस साल के लिए 34 करोड़ 74 लाख रूपए के बजट का प्रावधान किया है।
पहले चरण में बनने हैं 18 डे बोर्डिंग स्कूल….
पहले चरण में 18 डे बोर्डिंग स्कूल बनने हैं जिसके लिए बजट भी जारी किया जा चुका है। इसमें घुमारवी के हटवाड़, नादौन के अमलेहड़, बड़सर के कोहडरा, भोरंज के करहा, सुजानपुर के चम्याणा खास, ज्वाली के ठांगर, जसवां परागपुर के कुडना, जयसिंहपुर के सोबलब नेहड़, पालमपुर के कमलेहड़, नगरोटा बगवां के रनहून, फतेहपुर के मंझार, ज्वालामुखी के लाहड़ू, शाहपुर के ढोहब, किन्नौर के उरनी, जुब्बल कोटखाई के सरस्वती नगर, शिलाई के सतौन, गगरेट के सघनेई हरोली के बडेहड़ा में ये स्कूल बनने हैं।