नाहन (एमबीएम न्यूज): शहर के वार्ड नंबर-2 के तहत यशवंत विहार समिति ने पहली बार भूमि के विकासकर्ता ‘लैंड डवैल्पर’ के खिलाफ मोर्चा खोला है। बकायदा डीसी बीसी बडालिया से मिलकर बाशिंदों ने अपना दुखड़ा रोया है।
बड़ा मुद्दा यह उठाया गया है कि इस कालोनी को टीसीपी के अंतर्गत विकसित किया गया। भूमि के मुख्य विकासकर्ता अनिल जैन, श्रीपाल जैन व सचिन जैन इत्यादि द्वारा इसे विकसित किया जाना था। लेकिन टीसीपी ने तमाम नियमों को ताक पर रखते हुए नक्शे पास कर दिए। लिहाजा 15 साल बीत जाने के बावजूद यहां न ही सडक़ व न ही सीवरेज की सुविधा उपलब्ध हो पाई है।
सनद रहे कि शहर मेें यही क्षेत्र सबसे तेजी से विकसित हुआ है। इसी कारण सैंकड़ों की संख्या में नए घरों का निर्माण हुआ। डीसी से मुलाकात के दौरान कालोनी के बाशिंदों ने यह भी कहा कि मार्च 2013 में यह क्षेत्र नप के दायरे में आ गया। क्षेत्र की तमाम समस्याओं को लेकर एक फरवरी की बैठक में नगर परिषद को अवगत करवाया गया, लेकिन इस पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब क्षेत्र के हजारों बाशिंदें भूमि के मुख्य विकासकर्ता तथा नगर परिषद के बीच लटक गए हैं।
प्रतिनिधिमंडल के मुताबिक भूमि विकासकर्ता ने अब मूलभूत सुविधा उपलब्ध करवाने से इंकार कर दिया है। नगर परिषद भी डॉ. वाईएस परमार कालोनी में कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं करवा रही है। पक्की सडक़ों व उचित सीवरेज व्यवस्था न होने के कारण बरसात का पानी व गंदगी घरों में घुस रही है। यहां तक की राकेश शर्मा, सुशीला गुरंग, बालक राम व सोहनी राम के घरों के गिरने का भी डर पैदा हो गया है।
प्रतिनिधिमंडल ने डीसी को अवगत करवाया कि क्षेत्र में चल रहे डिग्री कॉलेज के निर्माण का सारा मलबा शिमला हाईवे पर गिर रहा है ओर नालियां अवरुद्ध हो गई है। प्रतिनिधिमंडल ने डीसी से मौके का दौरा करने का आग्रह किया है। साथ ही टीसीपी व नप की कार्यप्रणाली की भी उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की है।
उधर भूमि विकासकर्ता सचिन जैन ने आरोपों से इंकार करते हुए कहा कि बारिश की वजह से स्थिति खराब हुई है। लेकिन उनकी नीयत बिलकुल साफ है। जैन ने कहा कि प्लॉट देने के दौरान जो वायदे किए गए थे, उन्हें वह हर हाल में पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि बरसात के दौरान वह खुद कालोनी में ही मौजूद रहकर हर संभव मदद करने की कोशिश करते हैं। सचिन ने कहा कि एक घर क्षतिग्रस्त हुआ था, जहां उन्होंने हर संभव मदद की। बारिश के बाद तमाम लंबित कार्यों को पूरा कर दिया जाएगा।