मंडी, 18 फरवरी : प्रदेश सरकार से इस वर्ष सरदार पटेल यूनिवर्सिटी मंडी (Sardar Patel University Mandi) के संचालन के लिए सिर्फ 10 करोड़ का बजट मिला है। इस बजट में कर्मचारियों का वर्ष भर का वेतन भी पूरा नहीं हो पाएगा। यूनिवर्सिटी के सही संचालन के लिए प्रो. वॉयस चांसलर अनुपमा सिंह ने केंद्र सरकार के समक्ष मजबूती के साथ अपनी बात रखी और वहां से 20 करोड़ की ग्रांट जारी करवाने में सफल हो पाई।
यूनिवर्सिटी प्रबंधन को इसका अधिकारिक पत्र प्राप्त हो गया है। यह ग्रांट प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत जारी की गई है। इन पैसों को यूनिवर्सिटी के इंटरनल इंफ्रास्ट्रक्चर की डेवेल्पमेंट पर खर्च किया जाएगा।
अब यूनिवर्सिटी में बेहतरीन स्मार्ट क्लासरूम, लैबोरेटरी और अन्य सुविधाओं को बढ़ाया जा सकेगा। यह ग्रांट देश की अन्य यूनिवर्सिटिज़ को भी जारी की गई है और इसी विषय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 फरवरी को इस विषय पर यूनिवर्सिटी प्रबंधन के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग (video conferencing) के जरिए वार्ता भी करेंगे। इसमें मंडी से प्रो. वॉयस चांसलर अनुपमा सिंह पटेल यूनिवर्सिटी की बात रखेंगी।
ग्रांट के लिए केंद्रीय नेतृत्व का आभार…
सरदार पटेल यूनिवर्सिटी की प्रो. वॉयस चांसलर प्रोफेसर अनुपमा सिंह ने 20 करोड़ की ग्रांट जारी करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सहित केंद्रीय नेतृत्व का आभार जताया है। उन्होंने बताया कि वे इस वर्ष इस ग्रांट के लिए कई मर्तबा दिल्ली गई और वहां पर अपनी बात रखी। राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा जी का काफी ज्यादा सहयोग रहा। इस ग्रांट से अब यूनिवर्सिटी के बेहतरीन संचालन में काफी ज्यादा मदद मिलेगी।
मात्र दो महीनों में दिला दिया था 2 एफ का स्टेटस…
सरदार पटेल यूनिवर्सिटी की प्रो. वॉयस चांसलर प्रोफेसर अनुपमा सिंह यूनिवर्सिटी के बेहतरीन संचालन के लिए दिन-रात जुटी हुई हैं। 1 अप्रैल 2022 को जब यूनिवसिर्वटी की स्थापना हुई थी तो इन्होंने खुद भागदौड़ करके मात्र दो महीनों में ही नवगठित यूनविर्सिटी को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से 2एफ का स्टेट्स दिलवा दिया था। यह वो स्टेट्स है, जिसे प्राप्त करने में दो वर्षों का समय लग जाता है।