शिमला, 16 फरवरी : लोक निर्माण विभाग में कार्यरत मल्टी टास्क वर्कर्स प्रदेश भर से अपनी मांगों को लेकर वीरवार को शिमला में जुटे। बजट सत्र के दूसरे दिन मल्टी टास्क वर्कर ने चौड़ा मैदान में अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की। पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर विक्रमादित्य सिंह ने भी उनसे मुलाकात की और उनके मसले को मुख्यमंत्री के समक्ष ले जाने की बात कही।
मल्टी टास्क वर्कर्स का कहना है कि वे पूरे 8 घंटे सेवाएं दे रहे हैं, जिसके बदले सरकार 150 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से मात्र 4500 रुपए मासिक दे रही है, जोकि बहुत कम है। इस कारण परिवार का पालन-पोषण करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार उन्हें दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी बनाए। उन्होंने कहा कि शीतकालीन सत्र के दौरान धर्मशाला में मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी बात रखी थी। आज फिर वह अपनी मांग को लेकर यहां आए हैं। सरकार को उनकी पीड़ा समझ कर उनके बारे में सोचना चाहिए।
वहीं इस दौरान लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि इनकी मांगे काफी हद तक जायज है। इन्हें जितना न्यूनतम वेतन दिया जाना चाहिए उतना नहीं मिल रहा है। आपदा में भी इन्होंने बेहतरीन काम किया है। वह बात मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे। आर्थिक बदहाली के बावजूद वेतन को बढ़ाने की दिशा में काम किया जाएगा।