शिमला, 13 फरवरी : हिमाचल की मंडी संसदीय सीट (Mandi parliamentary seat) से भाजपा अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान समय से पहले कर सकती है। इसके लिए दिल्ली में टिकट के दावेदारों के नाम पर मंथन शुरू होने की चर्चा है। हालांकि, सबसे ज्यादा चर्चा इसी बात की है कि मंडी से पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ही पार्टी के उम्मीदवार होंगे, लेकिन जयराम ठाकुर चुनाव लड़ने से स्पष्ट तौर मना कर चुके हैं। वैसे भी भाजपा अपने किसी मौजूदा विधायक को लोकसभा का चुनाव नहीं लड़वाना चाहती, क्योंकि भविष्य में यदि ऑपरेशन लोटस की सम्भावना बनती है तो भाजपा को अपने विधायकों की ज्यादा संख्या की जरुरत रहेगी। ऐसी स्थिति में संगठन ने दूसरे नामों पर मंथन करना शुरू कर दिया है।
अटकलों के मुताबिक पूर्व सीएम जयराम ठाकुर के इनकार की स्थिति में भाजपा चमन कपूर पर दांव खेल सकती है। चमन कपूर नगर परिषद मनाली के अध्यक्ष हैं और हिमाचल प्रदेश नगर निकाय अध्यक्ष/उपाध्यक्ष फेडरेशन के प्रदेशाध्यक्ष भी हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चमन कपूर पिछले 10 दिनों तक दिल्ली में ही डटे हुए थे और पार्टी व संघ के कई शीर्ष नेताओं से मुलाकात भी कर चुके हैं।
बताया जा रहा है कि पार्टी उनके नाम पर गंभीरता से विचार कर रही है। हालांकि कुछ अन्य नाम भी चर्चा में हैं, जिनमें पूर्व में प्रत्याशी रहे ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर और भाजपा नेता अजय राणा का नाम भी शामिल हैं। लेकिन पार्टी मंडी से किसी नए चेहरे की तलाश में है।
2021 में हुए उपचुनावों के दौरान भी चमन कपूर के नाम पर काफी ज्यादा चर्चा और मंथन हुआ था, लेकिन अंतिम दौर में ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर को टिकट दिया गया। चमन कपूर उसके बाद लगातार संगठन के कार्यों में लगे रहे और हाल ही में आई आपदा के दौरान भी पूरे मंडी संसदीय क्षेत्र में प्रभावितों की जमकर मदद की। प्रभावितों तक अपने अन्य साथियों की मदद से लाखों के टेंट, राशन व जरूरत का अन्य सामान पहुंचाया। लगातार जनता के बीच रहे और उनके सुख-दुख में संपर्क बनाए रखा।
क्षेत्रीय व जातीय समीकरण…
चमन कपूर के नाम पर गंभीरता से मंथन करने का कारण यह भी है कि उनका मंडी व कुल्लू के साथ गहरा नाता है। मंडी जन्मभूमि है। वे मंडी जिला के सरकाघाट उपमंडल के तहत आने वाले गोपालपुर (Gopalpur) गांव के रहने वाले हैं और कुल्लू जिला को अपनी कर्मभूमि बना रखा है। किसी दूसरे जिले के गांव से निकलकर मनाली जैसे शहर में खुद को स्थापित किया और आज वहां की नगर परिषद के अध्यक्ष पद पर काबिज हैं। वह पिछले 20 वर्षों से लगातार नगर परिषद मनाली का चुनाव लड़ते और जीतते आ रहे हैं।
चमन कपूर का ससुराल कुल्लू जिला में हैं और उनकी पत्नी राजपूत परिवार से संबंध रखती है जबकि अभी हाल ही में उनके घर ब्राह्मणों की बेटी बहू के रूप में आई है। अलग-अलग जातियों में इनकी रिश्तेदारी भी है और अच्छी पकड़ भी है। शायद इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए चमन कपूर के नाम पर गंभीरता से मंथन हो रहा है।