बिलासपुर, 8 जनवरी : गोबिंद सागर झील में अब क्रूज, मोटर बोट्स, हाई स्पीड बोट्स और शिकार पानी पर तैरते नजर आएंगे। बिलासपुर के लुहणु के समीप गोविंद सागर झील में मंडी भराडी को वाटर स्पोर्ट्स और एडवेंचर स्पोर्ट्स पर्यटन गतिविधियों को प्रदेश सरकार से मंजूरी मिल गई है। इस निर्णय से पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ इससे रोजगार के द्वार भी खुलेंगे और एक नई जगह पर्यटन स्थल के रूप में उभरेगी।
यह जानकारी वीरवार को उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने दी। उपायुक्त ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गत दिनों बिलासपुर आगमन पर इस क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने का प्रयास करने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री ने इस क्षेत्र को विकसित करने के लिए विशेष रुचि ली जिसके चलते प्रदेश सरकार द्वारा यह मंजूरी दी गई है। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू,पर्यटन विभाग के सचिव और निदेशक पर्यटन विभाग का इस कार्य के लिए आभार प्रकट किया।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में वाटर स्पोर्ट्स साहसिक खेलों का एक नया गंतव्य बनकर विश्व मानचित्र पर उबरेगा। फोरलेन से मनाली जाने वाले पर्यटकों को इस क्षेत्र में पर्यटक हर प्रकार की गतिविधियों का लुत्फ उठा पाएंगे और इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। जिससे क्षेत्र विकास को भी पंख लगेंगे।
वहीं, युवाओं के लिए रोजगार/स्वरोजगार के साधन भी सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार से प्राप्त आदेश अनुसार इस क्षेत्र में पर्यटन से प्राप्त राजस्व का 25 प्रतिशत हिस्सा पर्यटन विभाग को देना होगा। जबकि बाकी राशि जिला प्रशासन द्वारा बनाई गई सोसाइटी फॉर टूरिज्म स्पोर्ट्स एंड एंप्लॉयमेंट जेनरेशन कमेटी के पास जाएगी। कमेटी पर्यटन से मिलने वाली आय से जिला बिलासपुर के विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं पर खर्च करेगी। ताकि जिला बिलासपुर के लोगों को इस आय का सीधा-सीधा फायदा मिल सके।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि आबिद हुसैन सादिक ने बिलासपुर में उपायुक्त का पद संभालते ही जिला में पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए जिला बिलासपुर को पर्यटन हब बनाने का निर्णय लिया था। उन्होंने कहा कि गोविंद सागर झील में मंडी भराड़ी पुल के पास पर्यटन गतिविधियों को संचालित करने के लिए अनुमति मिलना जिला प्रशासन के लिए बहुत बड़ी सफलता है। इस क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए वाटर स्पोर्ट्स एंड टूरिज्म एक्टिविटी को संचालित करने के लिए टेंडर के माध्यम से विभिन्न कंपनियों को आमंत्रित किया जा रहा है।