मंडी, 01 फरवरी : हिमाचल प्रदेश में पिछले दो दिनों से बर्फबारी और बारिश का क्रम लगातार जारी है। इस बर्फबारी और बारिश से जहां जनता ने राहत की सांस ली है, वहीं अब लोगों की मुश्किलें भी बढ़ना शुरू हो गई है। मंडी शहर के विश्वकर्मा चौक के सामने की पहाड़ी से पत्थरों की बरसात शुरू हो गई है। वहीं दूसरी और चौक के साथ बना पुल पूरी तरह से पानी से भर गया है जिस कारण यहां पर वाहन चालकों सहित राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि पिछली बरसात के दौरान विश्वकर्मा चौक के सामने की पहाड़ी पूरी तरह से दरक गई थी। नगर निगम के थनेहड़ा वार्ड की इस पहाड़ी पर विभाग की ओर से डंगा तो लगा दिया गया है। लेकिन मलबा व पत्थर अभी भी पहाड़ी पर ही लटके हुए हैं। लगातार हो रही बारिश से मलबे के बीच में फंसे पत्थर गिरना शुरू हो गए हैं। हालांकि सड़क की मरम्मत के कार्य के चलते यहां पर वाहनों की आवाजाही इन दौरान बंद है। लेकिन पैदल राहगीरों का आना-जाना इसी रास्ते से हैं। पहाड़ी से गिरते पत्थरों के बीच में राहगीर जान जोखिम में डालकर अपने गंतव्य की ओर जा रहे हैं।
वहीं, विश्वकर्मा चौक पर बने पुराने पुल की अगर बात करें तो यहां पर लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली की पोल खुलती हुई नजर आ रही है। लगातार हो रही बारिश के कारण पुल से पानी की निकासी न होने से यहां पर जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है। जिस वजह से चालकों व राहगीरों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दो पहिया वाहन चालक तो अपनी जान जोखिम में डालकर पुल पार करने को मजबूर हैं। स्थानीय लोगों व वाहन चालकों ने विभाग से पहाड़ी से मलबा उठाने व निकासी नालियों को दुरुस्त करने की मांग उठाई है।
इस बारे में जब लोक निर्माण विभाग अधिशासी अभियंता धर्मेंद्र कुमार वर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि निकासी नालियां मिट्टी और गाद से बंद हो गए हैं। बंद पड़ी निकासी नालियों को जल्द दुरुस्त करवा दिया जाएगा। पहाड़ी पर हवा में लटके पत्थरों और मिट्टी को हटाने के लिए विभाग के पास अभी फंड नहीं है। फंड की व्यवस्था होते ही यहां से पत्थरों और मिट्टी को भी हटा दिया जाएगा।