नाहन, 24 जनवरी : उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान की उपस्थिति में उद्योग विभाग ने भारतीय प्रबंधन संस्थान (Indian Institute of Management) सिरमौर व अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) बिलासपुर के साथ इन संस्थानों में नए इनक्यूबेशन सेंटर स्थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर किए। उद्योग निदेशक राकेश प्रजापति ने प्रदेश सरकार की ओर से यह समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किए।
इस अवसर पर उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश में स्टार्टअप को सभी प्रकार की सुविधाएं एवं सहयोग प्रदान करने के दृष्टिगत नए इनक्यूबेशन सेंटर स्थापित करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। इससे प्रदेश में औद्योगीकरण के विस्तार के साथ-साथ रोजगार के नए अवसर भी सृजित हो सकेंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य में स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से सरकार ने इन दो अग्रणी संस्थानों के साथ यह समझौता ज्ञापन किया हैं। साथ ही अब प्रदेश में इन्क्यूबेशन केन्द्रों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। उन्होंने कहा कि भारतीय प्रबन्धन संस्थान सिरमौर नए स्टार्ट-अप को रणनीति बनाने, नेटवर्किंग और बाजार तक पहुंच से संबंधित समझ विकसित करने के साथ ही अन्य उपयुक्त सहयोग प्रदान करेगा। एम्स बिलासपुर स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र में स्टार्ट-अप को सहायता प्रदान करेगा।
उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश स्थित प्रमुख संस्थानों में इन्क्यूबेशन सेंटर स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन प्रदान किया जा रहा है ताकि राज्य में नए उद्योगों और स्टार्ट-अप को बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने कहा कि नए उद्यमी इन प्रमुख संस्थानों से अन्तरराष्ट्रीय स्तर की तकनीक एवं प्रौद्योगिकी में आए बदलाव के बारे में कई तरह के नवाचार एवं अन्य जानकारी प्राप्त कर इन्हें अपने उद्यमों में उपयोग में ला सकते हैं। इसके अतिरिक्त यह संस्थान विभिन्न औद्योगिक इकाइयों में अपने प्रशिक्षुओं को व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए भेज सकते हैं। इस तरह यह पारिस्थितिकी तंत्र उद्यमियों एवं इन संस्थानों दोनों के लिए ही लाभकारी है।
इस अवसर पर संयुक्त निदेशक उद्योग रमेश वर्मा व दीपिका, भारतीय प्रबन्धन संस्थान सिरमौर के निदेशक प्रफुल्ला अग्निहोत्री, संस्थान के इन्क्यूबेशन केन्द्र प्रमुख डॉ.मोहिता शर्मा, निदेशक एम्स डॉ. वीर सिंह नेगी, उप-चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विक्रान्त कंवर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।