नाहन, 10 जनवरी : हिमाचल प्रदेश के गांवों में क्रिकेट (Cricket) की खुमारी सिर चढ़कर बोलती है। सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र में माघी के पर्व पर ‘‘बकरे’’ काटने की प्रथा है। यहां एक दिलचस्प क्रिकेट प्रतियोगिता हुई। 81 हजार रुपए के नकद पुरस्कार व ट्रॉफी के अलावा कुंहट की टीम को करीब 60 किलो वजनी बकरा भी इनाम में दिया गया।
इस अनोखे इनाम की समूचे इलाके में खासी चर्चा हो रही है। हो सकता है, पहली बार किसी ग्रामीण क्रिकेट प्रतियोगिता में इस तरह का इनाम दिया गया हो।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने सोशल मीडिया में सामने आई तस्वीरों का फैक्ट चैक (Fact Check) करने का प्रयास किया तो पता चला कि ये प्रतियोगिता शिलाई में आयोजित हुई। एक शानदार मुकाबले में कुंहट की टीम ने गोल्डन क्लब शिलाई (Golden Club Shillai) को हराकर प्रतियोगिता का विजेता बनने का गौरव हासिल किया। अंतिम बॉल पर 4 रन की आवश्यकता थी। टीम के तेजतर्रार खिलाड़ी अनिल चौहान ने अंतिम गेंद पर छक्का लगाकर प्रतियोगिता जीत ली।
आपको बता दें कि गांव के मैच 5-6 ओवर के होते हैं। पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम पहली ही गेंद पर चौका या छक्का जड़ने की कोशिश में होती है, ताकि बड़ा स्कोर बनाया जा सके। कुंहट के रहने वाले अजय चौहान ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में कहा कि बकरे को शिरगुल देवता व भगवान परशुराम के मंदिर में बांधा गया है।
चौहान ने बताया कि क्रिकेट प्रतियोगिता में 70 टीमों ने हिस्सा लिया। ये प्रतियोगिता खास तौर पर माघी पर्व को लेकर आयोजित की गई थी।
उल्लेखनीय है कि गिरिपार क्षेत्र की हाटी संस्कृति में बकरे से जुड़ी कई रिवायतें रही हैं। बकरे को सम्मान का प्रतीक भी माना जाता है। 11 जनवरी से माघ का पर्व शुरू होता है। हालांकि, अब इस पर्व के दौरान बकरों को काटने का सिलसिला कम हो रहा है, लेकिन प्रथा जारी है।