चंबा (एमबीएम न्यूज) : जनता को इस बार भी वो शब्द पढऩे व सुनने को नही मिले। जिसका वे पिछले पांच सालों से इंतजार कर रहे थे। लगातार छठी बार भी मिंजर मेले के शुभारंभ मौके पर राज्यपाल नही पहुंचे। बताया जा रहा है कि खराब मौसम के कारण हैलीकॉप्टर की लैंडिग संभव नहीं हो पाई।
लिहाजा, इस बार भी अन्तर्राष्ट्रीय मिंजर मेले का शुभारंभ राज्यपाल ने नहीं किया। प्रदेश के वन एवं मतस्य मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने मेले का शुभारंभ किया। यह छठा अवसर हैं कि अन्तर्राष्ट्रीय मिंजर मेले का शुभारंभ बिना राज्यपाल के हुआ। पिछले छह वर्षाे से लगातार प्रशासन निमंत्रण तो राज्यपाल को भेजा जा रहा हैं। लेकिन, राज्यपाल के चंबा न आने के चलते प्रदेश सरकार के मंत्री ही मिंजर मेले का उदघाटन कर रहे हैं। वर्ष 2013 में भी चंबा के लोग राज्यपाल के आने का इंतजार करते रह गए थे। लेकिन, डीसी चंबा को ही अंतराष्ट्रीय मिंंजर मेले का औपचारिक तौर से उदघाटन करना पड़ गया था।
वर्ष 2014 में भी अन्तर्राष्ट्रीय मिंजर मेले का उदघाटन राज्यपाल उर्मिला सिंह करने वाली थी। लेकिन, राज्यपाल चंबा नही पहुंच पाई। लिहाजा, सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता मंत्री डा धनी राम शांडिल को मेले में बतौर मुख्यातिथि शिरक्त करते हुए ध्वजारोहण करने का सौभाग्य मिल गया। शांडिल का सौभाग्य इसलिए, क्योंकि, ऐतिहासिक मिंजर मेले का उदघाटन पिछले काफी सालों से प्रदेश के राज्यपाल ही करते रहे हैं। मिंजर मेला 2014 का भी महामहिम राज्यपाल उर्मिला सिंह ही विधिवत उदघाटन करने वाली थी। लेकिन, ऐन वक्त पर उनके चंबा आने का कार्यक्रम खारिज हो गया। ऐेसे में चंबा पहुंचे डा शांडिल को उदघाटन कार्यक्रम का चीफ गेस्ट बना कर मेले की शुरूआत कर दी गई थी। वर्ष 2015 में मेले का शुभारंभ करने का सौभाग्य वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी को मिला। यह दूसरा अवसर हैं जब प्रदेश के वन मंत्री एवं भरमौर विधानसभा क्षेत्र के विधायक ठाकुर सिंह भरमौरी ने मिंजर मेले का शुभारंभ किया हो।