नेरचौक (कपिल सेन) : यातायात के नियमों की धज्जियां उड़ा तेज रफ्तार वालों के कारण नेरचौक शहर में रोजाना हादसे हो रहे हैं। नेरचौक में आए दिन कोई न कोई हादसा होने से लोग परेशान हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि एक तो यहां पर पैदल चलने के लिए फुटपाथ नहीं है वहीं तेज रफ्तार से चलने वाले वाहन हादसों को न्यौता दे रहे हैं। कई मर्तबा ऐसा हो चुका है जिसमें कई लोग घायल व बहुत से अपनी जान गंवा बैठे हैं।
गत तीन दिनों में यहां पांच से भी अधिक दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, गनीमत है कि किसी की जान नहीं गई। डडौर से भंगरोटू तक यातायात का भारी दबाव रहने से सावधानी व नियमों का पालन करने की सख्त जरूरत है। लेकिन कुछ वाहन चालक सावधानीपूर्वक गाड़ी न चला जल्दी पहुंचने के चक्कर मे हादसा कर बैठते हैं। क्षेत्र के हरीश शर्मा, राकेश कुमार, हरीश कुमार, सन्नी गोयल, तुलसी, जगदीप राणा, विरेन्द्र, घनश्याम, राजेन्द्र, मृगेन्द्र सिंह, परिक्षित सेन आदि का कहना है कि नेरचौक में हादसों के ज्यादा होने का सबसे बड़ा कारण सड़क के दोनों ओर खड़े वाहन भी हैं।
नेरचौक मैकेनिकल कार्य के लिए भी जाना जाता है जहां हिमाचल के कई स्थानों से गाड़ियां मुरम्मत करवाने के लिए आती हैं। वहीं ज्यादातर दुकानें अति व्यस्ततम राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों ओर स्थित हैं जिससे भारी भीड़ बनी रहती है। जिस कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं। हाल ही में सड़क को दोनों ओर से चौड़ा भी कर दिया गया है लेकिन कोई फायदा नजर नहीं आ रहा। बड़ी बसें, ट्रक व अन्य प्रकार की भारी मशीनरी चौड़े किए गए स्थान पर ही खड़ी रहती हैं। लोगों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि बड़ी गाड़ियों को सड़क के आस-पास खड़े करने पर सख्ती से रोका जाए व सड़क के दोनों ओर फुटपाथ का निर्माण किया जाये। जिससे आए दिन हो रहे हादसों पर रोक लग सके।
वहीं इस बारे बल्ह थाना प्रभारी संजीव सूद ने कहा कि क्षेत्र में हादसे होना चिंताजनक है हालांकि पुलिस यातायात नियमों बारे कई मर्तबा कैम्प लगा लोगों को जागरूक करती रहती है। फिर भी लोग नियमों की अनदेखी करते है और हादसों के शिकार हो जाते हैं। वाहन चालकों को धीमी गति से वाहन चलाना चाहिए और यातायात नियमों का पालन कर अपनी और दूसरों की सुरक्षा का ख्याल रखना चाहिए।