नाहन, 28 दिसंबर : हिमाचल प्रदेश का सिरमौर जनपद खेल जगत में फलक को छू रहा है। हाल ही में गिरिपार (Giripar) क्षेत्र की बेटी रितु नेगी का चयन अर्जुन पुरस्कार (Arjun Award) के लिए हुआ। वहीं, अब 22 साल की बेटी ने अंतर विश्वविद्यालय एथलेटिक्स प्रतियोगिता (Inter University Athletics Competition) की 1500 मीटर की दौड़ में स्वर्ण पदक हासिल कर इरादों को साफ कर दिया है।
भुवनेश्वर में 26 से 29 दिसंबर तक आयोजित हो रही प्रतियोगिता में मस्तभोज के गुद्दी मानपुर की निकिता ने 1500 मीटर की दौड़ को 4 मिनट 26 सैकेंड में पूरा कर स्वर्ण पदक हासिल किया है। एक महीना पहले चंडीगढ़ में निकिता ने ये दूरी 4 मिनट 27 सैकेंड में पूरी की थी। एक सैकेंड का सुधार भी किया है।
फोन पर एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में 22 वर्षीय निकिता ने कहा कि हाल ही की एशियन गेम्स (Asian Games) में स्वर्ण पदक विजेता ने ये दूरी 4 मिनट 12 सैकेंड में पूरी की थी। अल्टीमेट गोल ओलम्पिक्स (Olympics) में पदक जीतना है।
बता दें कि निकिता ऊना में रहकर प्रैक्टिस कर रही है। इसकी वजह पूछे जाने पर निकिता का कहना था कि राज्य स्तर के कोच उपलब्ध हैं। उन्होंने उपलब्धि का श्रेय पिता जगदीश शर्मा व मां रेखा शर्मा के अलावा अपने कोच राकेश चौधरी को दिया है।
प्रैक्टिस को लेकर पूछे गए सवाल पर ‘उड़नपरी’ ने कहा कि सुबह व शाम कुल 6 घंटे की नियमित प्रैक्टिस है। औसतन रोजाना 10 से 15 किलोमीटर दौड़ लेती है। निकिता का ये भी कहना था कि पापा हमेशा कहते थे कि वो एक धायक बनना चाहते थे, लेकिन घर की परिस्थितियां आड़े आए। लिहाजा, पिता ने ही अपना सपना साकार करने की जिम्मेदारी निकिता को सौंपी थी।
उल्लेखनीय है कि निकिता के पिता जगदीश शर्मा खेती-बाड़ी से ही गुजर-बसर करते हैं। निकिता का ये भी कहना था कि करीब 3-4 साल पहले ही रनिंग शुरू की थी। वो दौर बेहद चुनौतीपूर्ण था। एक अन्य सवाल पर निकिता ने ये भी कहा कि लाजमी तौर पर आर्थिक विषमताओं का सामना करना पड़ा है।