नाहन (एमबीएम न्यूज): भंडारण टैंकों से सीधे वीआईपी कनैक्शन को लेकर सालों से आईपीएच महकमा किरकिरी का सामना करता रहा है। लिहाजा अब विभाग ने धर्मशाला में इस्तेमाल हो रहे मेनीफोल्ड फार्मूले को लागू करने का प्रयोग शुरू किया है। हालांकि इस फार्मूले को लागू करने के दौरान महलात के आसपास के उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना भी करना पड़ा, क्योंकि खुदाई के कारण कई दिन तक 30-40 उपभोक्ताओं की सप्लाई भी बाधित हुई।
विभाग का कहना है कि अगर यह प्रयोग कामयाब रहता है तो इसे शहर के अलग-अलग हिस्सों में लागू किया जा सकता है। इस फार्मूले को लागू करने के लिए विभाग को बजट की भी दरकार रहती है, क्योंकि फिटिंग के दौरान इस्तेमाल होने वाले सामान को उपभोक्ताओं से नहीं लिया जा रहा है।
शुक्रवार को आईपीएच विभाग के अधिशाषी अभियंता राजेश मोंगरा ने भी मौके का जायजा लिया। बड़ी बात यह है कि गलियों में भी पाइपों के जाल से निजात मिल सकती है, बशर्ते टैंक से सीधी ही एक पाइप लाइन ऐसे स्थान तक पहुंचाई जाए, जहां से आगे कनैक्शन जारी किए जाएंगे।
क्या है मेनीफोल्ड?
यह एक ऐसी व्यवस्था है, जिसमें एक विशेष स्थान तक टैंक से सप्लाई पहुंचती है। यहां कलेंप लगा दिए जाते हैं। हरेक उपभोक्ता को एक ही स्थान से पानी की सप्लाई दी जाएगी। यहीं पर इसे नियंत्रित भी किया जा सकता है। व्यक्तिगत सप्लाई को कंट्रोल करने के लिए भी विभाग के पास तरीका मौजूद है, लेकिन इसके लिए धन चाहिए, जो नहीं है।
मौके पर पहुंचे आईपीएच के अधिशाषी अभियंता राजेश मोंगरा ने कहा कि अब तक लगभग 40 कनैक्शन इस व्यवस्था के तहत लगा दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अगला लक्ष्य गौरा भवन के समीप कार्य का है, बशर्ते सडक़ की खुदाई की परमिशन मिल जाए।