शिलाई, 16 दिसंबर : गिरिपार क्षेत्र में जनजातीय अधिनियम लागू न करने पर केंद्रीय हाटी समिति के आह्वान पर शिलाई में महाखुमली का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रदेश हाटी समुदाय ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की व बाजार में रैली भी निकाली गई। साथ ही एसडीएम शिलाई के माध्यम से मुख्यमंत्री व राज्यपाल को ज्ञापन भी भेजा गया।
हाटी समुदाय को संबोधित करते हुए शिलाई के पूर्व विधायक बलदेव तोमर ने प्रदेश सरकार सहित उद्योग मंत्री पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि गिरिपार क्षेत्र के हाटी समुदाय की दशकों पुरानी मांग को केंद्र सरकार ने पूरा किया, लेकिन अब प्रदेश सरकार बेवजह इस मामले को लटका रही है। उन्होंने कहा कि खुले मंच पर जिस तरीके से उद्योग मंत्री धमकियां दे रहे हैं, उसे शिलाई की जनता सहन नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हाटी कानून को लागू कर दिया, लेकिन प्रदेश सरकार इसे लागू करने में टालमटोल कर रही है।
तोमर ने कहा कि कांग्रेस सरकार व उनके मंत्री हाटी समुदाय का सामना नहीं कर पा रहे हैं। तोमर ने गिरिपार हाटी विकास कल्याण मंच के गठन के को उपहास करते हुए कहा कि कल्याण मंच के जरिए कुछ लोग मंत्री जी के माध्यम से अपना कल्याण चाहते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह करते हुए अधिनियम जल्द लागू करने की मांग की है।
इस मौके पर केंद्रीय हाटी समिति के महासचिव कुंदन सिंह शास्त्री ने भी लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हाटी समुदाय को जनजातीय का संवैधानिक अधिकार देने की गजट अधिसूचना 4 अगस्त 2023 को जारी की जा चुकी है, लेकिन अब तक लोगों को एसटी प्रमाण पत्र देने की प्रक्रिया आरंभ नहीं हो पाई है। इस कारण हाटी समुदाय के युवाओं को जनजाति के आधार वाले लाभ नहीं मिल पा रहे हैं।
गौरतलब है कि शुक्रवार को हाटी कल्याण मंच द्वारा भी खुमली का आयोजन किया गया था। इस दौरान उद्योगमंत्री हर्षवर्धन चौहान ने केंद्र सरकार पर स्पष्टीकरण में देरी का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि केंद्र स्पष्टीकरण दे, 24 घंटे में कार्रवाई की जाएगी। कुल मिलाकर सत्ता पक्ष व विपक्ष आमने-सामने आ गए हैं।
इस मौके पर केंद्रीय हाटी समिति के अध्यक्ष अमीचंद कमल, सुरेंद्र हिंदुस्तानी, पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष दिलीप सिंह चौहान, शिलाई के पूर्व प्रधान रमेश नेगी, हीरा सिंह बरफाइक, लाल सिंह, अत्तर सिंह तोमर, तपेंद्र सिंह, सीमा देवी, डॉ. रमेश सिंगटा, बलबीर ठाकुर आदि मौजूद रहे।