पांवटा साहिब, 11 दिसंबर : निर्माणाधीन 707 हाईवे (NH-707) से सोमवार सुबह अचानक ही बोल्डर (Boulder) विद्यालय पर गिरने लगे। गनीमत ये रही कि विद्यालय में उस वक्त विद्यार्थी नहीं पहुंचे थे। घटना सुबह साढ़े 7 बजे की बताई गई, जबकि स्कूल में कक्षाएं 9 बजे शुरू होती हैं।
घटना के बाद विद्यार्थियों को कक्षाओं में प्रवेश नहीं दिया गया, क्योंकि बोल्डर्स के गिरने की आशंका बनी हुई थी। बता दें कि घटना में शिल्ला विद्यालय भवन का एक पिल्लर क्षतिग्रस्त हो गया। जानकारी के मुताबिक भू स्खलन (Landslide) के कारण बोल्डर गिरे। इससे विद्यालय का रास्ता भी क्षतिग्रस्त हो गया। साथ ही हाईवे पर ट्रैफिक भी अवरुद्ध हुआ। देर दोपहर प्रशासन के प्रयासों से ट्रैफिक बहाल हो पाया।
चूंकि गिरिपार क्षेत्र में बूढ़ी दिवाली का भी आगाज हो चुका है, लिहाजा न केवल प्रदेश, बल्कि देश के कोने-कोने से लोग घर पहंचते हैं। एमबीएम न्यूज नेटवर्क को मिली जानकारी अनुसार हाईवे का निर्माण कर रही आरजेबी कंपनी का कोई भी जिम्मेदारी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। स्थानीय ठेकेदार भी साढ़े 12 बजे के करीब घटनास्थल पर पहुंचे।
बताया जा रहा है कि लैंड स्लाइड की आशंका बनी हुई है, लिहाजा विद्यालय में कक्षाओं को संचालित करना रिस्की हो सकती है। पांवटा साहिब-शिलाई हाईवे (Paonta Sahib-Shillai NH) का निर्माण कर रही कंपनी पर लापरवाही के आरोप लगते रहे हैं। सवाल ये है कि हाईवे से ठीक नीचे विद्यालय को समय रहते ही क्यों खाली नहीं करवाया गया। विद्यालय परिसर से सामने आ रहे वीडियो डराने वाले भी हैं। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि स्कूल में कक्षाओं के दौरान अगर ये घटना हुई होती तो काफी जानी नुकसान हो सकता था। सूचना मिलने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने भी घटनास्थल का जायजा लिया।
उधर, एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में कफोटा के एसडीएम राजेश वर्मा ने कहा कि वो सुबह सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने कहा कि मौके की रिपोर्ट भेज दी गई है। स्कूल में कक्षाएं संचालित करनी है या नहीं, इसका निर्णय शिक्षा विभाग के स्तर पर ही लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि दोपहर बाद ट्रैफिक को बहाल कर लिया गया था। एसडीएम ने कहा कि सड़क की कटिंग के कारण भूस्खलन हुआ।