बिलासपुर, 01 दिसंबर : भाखड़ा विस्थापितों का प्लॉटों के लिए दशकों का इंतजार अब शीघ्र ही खत्म हो जाएगा। जिला प्रशासन ने प्लॉटों से अब तक वंचित रहे 271 विस्थापितों को बसाने को लेकर प्रशासन ने कवायद आरंभ कर दी है। नयनादेवी उपमंडल से ताल्लुक रखने वाले 36 विस्थापितों को पंजाब राज्य की सीमा से सटे इंडस्ट्रियल एरिया ग्वालथाई के समीप समतैहण में बसाने की तैयारी प्रशासन की ओर से की जा रही है। इसके लिए 14.4 बीघा जमीन का चयन किया गया है।
सभी विस्थापितों को चरणवद्ध ढंग से बसाने के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है। बिलासपुर एम्स के पास भी साईट देखी जा रही है। बिलासपुर शहर में प्लॉटों से वंचित 271 भाखड़ा विस्थापितों को बसाने के लिए पिछले काफी अरसे से प्रयास हो रहे हैं, लेकिन कोई न कोई अड़चन होने की वजह से यह प्रयास सिरे नहीं चढ़ पाए। मगर उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक विस्थापितों के पुनर्वास को अपनी प्राथमिकता में शामिल करते हुए इस योजना को धरातल पर उतारने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है। चरणवद्ध तरीके से विस्थापित बसाए जाएंगे।
ताजा स्थिति में नयनादेवी उपमंडल के 36 विस्थापितों को पंजाब राज्य की सीमा पर समतैहण में बसाया जाएगा, जिसके लिए जमीन चयनित की जा चुकी है। खास बात यह है कि यह एरिया नंगल के बहुत पास है और कनेक्टिविटी के लिहाज से भी बेहतर है। ऐसे में तमाम सहूलियतों को मध्यनजर रखते हुए प्रशासन ने नयनादेवी से संबंधित विस्थापितों को ग्वालथाई औद्योगिक क्षेत्र के पास समतैहण में बसाने की योजना बनाई है। चिहिंत जमीन पंचायतीराज विभाग की है जिसे राजस्व विभाग के नाम स्थानांतरित किया जाएगा।
एसडीएम नयनादेवी धर्मपाल चौधरी इस योजना को सिरे चढ़ाने के लिए गंभीरता से प्रयास कर रहे हैं। साईट सिलेक्शन के बाद अब आगे की औपचारिकताएं पूरी करने पर फोकस किया गया है।