नाहन, 05 नवंबर : क्या, आपने चौगान मैदान के एक छोर पर “सेल्फी पॉइंट” से नीचे झांक कर देखा है। यदि, देखेंगे तो ये मत समझ बैठना, यहां मिट्टी लाल है। दरअसल, रोजाना इस जगह पर प्रवासी मजदूर तंबाकू( Tobacco) की पीक को थूकते (Spitting) रहते हैं। इसके अलावा भी ये जगह गंदगी से पटी हुई है। सेल्फी पॉइंट स्कूल के बच्चों का बस स्टॉप (Bus Stop) भी है।
जानकारों ने बताया कि मजदूरों को सुबह 9 बजे काम पर जाना होता है, लेकिन पुलिस कंट्रोल के आसपास सुबह आठ बजे जमवाड़ा लगा कर बैठ जाते हैं, रोड सेफ्टी क्लब की बैठक में भी ये मुद्दा उठ चुका है, लेकिन धरातल पर कोई एक्शन नहीं हुआ है।
पुलिस कंट्रोल रूम (Police control Room) के आसपास मजूदरों का ऐसा जमावड़ा होता कि दुपहिया वाहन (Two Wheelers) का गुजरना भी कठिन हो जाता है। सेल्फी पॉइंट पर स्कूली छात्र नहीं खड़े हो सकते हैं, क्योंकि यहां मजूदरों की भीड़ होती है। सड़क संकीर्ण होने की वजह से सेल्फी पॉइंट बच्चों के लिए स्कूल बस का इंतजार करने के लिए सुरक्षित जगह है। ज़ेबरा क्रॉसिंग के तो मायने ही नहीं है। पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) व पुलिस कंट्रोल के सामने स्पीड ब्रेकर की जरूरत महसूस की जा रही है।
ये वो जगह है, जहां संकीर्ण सड़क पर बच्चों व बुजुर्गों की क्रॉसिंग भी होती है। वैसे तो ये बात सियासदानों व प्रशासनिक अधिकारियों के पहले समझ आ जानी चाहिए थी, लेकिन अफ़सोस है कि सोच ही नहीं है। कच्चा टैंक व गुन्नुघाट में भी ऐसी ही स्थिति है। इन जगहों पर भी पैदल सड़क को पार करना मुश्किल हो जाता है। दिल्ली गेट से कोर्ट परिसर तक सड़क की हालत माशा अल्लाह है।