नाहन, 28 सितंबर : कहते है, बेटियां दो परिवारों का मान बढ़ाती है। मायका…ससुराल, हिमाचल की रितु नेगी (Ritu Negi) ने भी ऐसा करके दिखाया है। बेटी ने न केवल हिमाचल (Himachal) बल्कि पुत्रवधु होने के नाते हरियाणा (Haryana) का भी गौरव बढ़ाया है।
रितु नेगी... हिमाचल के गिरिपार (Giripar) क्षेत्र के एक ऐसे दुर्गम इलाके (Remote Area) में जन्मी, जहां बस सुविधा भी लेश मात्र है। घंटों पैदल चलकर मूलभूत सुविधाएं जुटाने की जद्दोजहद करनी पड़ती है।
आपको बता दें कि करीब एक साल पहले ही रितु के गांव में बस (bus) पहुंची है। साधारण से किसान परिवार के घर में जन्मी बेटी को लेकर कतई भी इस बात का इल्म नहीं था कि एक दिन कबड्डी (kabaddi) के प्रति अपनी दीवानगी (madness) को लेकर न केवल बल्कि समूचे प्रदेश के लिए गौरव लेकर आएगी।
जानिए, हिमाचल के दुर्गम गांव में जन्मी भारतीय कप्तान “रितु नेगी” के संघर्ष की कहानी
दुर्गम गांव शरोग में प्राथमिक शिक्षा (education) की पढ़ाई पूरी करने के बाद शिलाई (Shillai) चली गई, 10वीं की पढ़ाई के दौरान स्टेट हॉस्टल बिलासपुर में चयन हो गया।
30 मई 1992 को जन्मी रितु ने 16 साल की कड़ी मेहनत के बाद भारतीय महिला आपको बता दें कि करीब एक साल पहले ही रितु के गांव में बस पहुंची है। टीम का कप्तान बनने का गौरव हासिल किया है। हालांकि उपलब्धियों की फेहरिस्त लम्बी है, लेकिन 2011 में वो सुनहरी पल थे, जब रितु की कप्तानी में भारत की टीम ने मलेशिया में आयोजित जूनियर एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मैडल हासिल किया था।
बता दें कि पहाड़ी प्रदेश में महिला कब्बडी के इतिहास में रितु ही पहली महिला है, जो एशियाई खेलो में देश की टीम का प्रतिनिधित्व करेगी।
शादी के लिए भी रितु को महज चार दिन की छुट्टी मिली थी, क्योंकि उस समय भी गांधीनगर में भारतीय टीम का कैंप चल रहा था। हालांकि वैश्विक महामारी की वजह से एशियाई गेम्स स्थगित हो गए थे। 22 अप्रैल 2022 हो हरियाणा के स्टार कबड्डी खिलाडी रोहित गुलिया से शादी के बंधन में बंधी भारतीय महिला कबड्डी टीम की कप्तान ने खेल के साथ-साथ पढ़ाई को भी जारी रखा।
रितु को इंडियन टीम का कप्तान बनने की खबर पंजाब (Punjab) के पटियाला में कैंप (Camp) के दौरान मिली। इसके बाद टीम दिल्ली (Delhi) के लिए निकल पड़ी। जहां तक भारतीय टीम ( Indian Team) का सवाल हो तो ईरान (Iran) की टीम से टक्कर मिल सकती है, लेकिन टीम (team) पिछले गेम्स की तरह गलती दोहराने के मूड में नहीं है।
महिला कबड्डी में इंडिया ने पिछले एशियाई गेम्स में मात्र तीन अंकों के अंतर से गोल्ड खो दिया था। भारतीय टीम को चीन के हांगझू में 2 से 7 अक्टूबर तक मुकाबले खेलने है। फ़िलहाल ये तय नहीं हुआ था कि भारत को किसके खिलाफ पहला मुकाबला खेलना है।
3 दिसंबर 2014 को भारतीय रेलवे में पारी शुरू करने वाली रितु नेगी को अपने प्रदेश में जॉब का कोई खास अवसर नहीं मिला लिहाजा रेलवे को चुन लिया। आपको बता दे कि रितु के अपने ही इलाके से पुष्पा राणा व सुषमा का चयन भी भारतीय टीम में हुआ है।
विशेष बातचीत….
एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क से फ़ोन पर बातचीत में भारतीय महिला कबड्डी टीम की कप्तान (Indian women’s kabaddi team Captain) रितु नेगी ने कहा कि कठिन परिश्रम, माता-पिता का आशीर्वाद व मैदान में गुरुजनों (Coaches) के आशीष से इस मुकाम तक पहुंची है।
एक सवाल के जवाब में रितु नेगी ने कहा कि गोल्ड का लक्ष्य लेकर टीम इंडिया वीरवार रात चीन के लिए रवाना हो रही है। उन्होंने कहा कि ईरान, थाईलैंड व चीनी ताइपे (ताइवान) की टीमें अच्छी है। उन्होंने कहा कि पिछली गलतियों को सुधार कर टीम इंडिया मैदान में गोल्ड के लिए उतरने जा रही है।