शिमला, 28 अगस्त : प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में स्क्रब टाइफस (scrub typhus) के 16 नए मामलें आए है। शिमला में स्क्रब टाइफस तेजी से फैल रहा है। इस समय अस्पताल में स्क्रब के ज्यादातर मामले शिमला, सोलन और सिरमौर से आ रहे है। इस मौसम में यह बीमारी सामान्य तौर पर फैलती है।
आईजीएमसी (IGMC) चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि सितम्बर माह तक यह बीमारी पीक पर पहुंचती है। आईजीएमसी में अब तक इस बीमारी से संक्रमित 168 मरीज आए है। इस बीमारी से 4 लोगों की जान गई है। स्क्रब टाइफस का वायरस घास, झाड़ियों के पास पनपता है।
इस वायरस से संबंधित ज्यादातर मामलें ग्रामीण क्षेत्रों से आ रहे है। इसके पीसु के काटने से शरीर पर लाल रंग का निशान पड़ जाता है। बुखार जैसे लक्षण दिखने पर किसी भी नजदीकी अस्पताल में जाना चाहिए। प्रदेश के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर इस बीमारी से निपटने के लिए उचित व्यवस्था की गई है।
बारिश के मौसम में आई फ्लू, हेपेटाइटिस जैसी बीमारियां फैलती है। इस समय अस्पताल में इन बीमारियों से ग्रसित मरीज भी आ रहे है। अस्पताल प्रशासन ने लोगों को इन बीमारियों के प्रति सावधान रहने की सलाह दी है। इस समय हेपेटाइटिस से बचने के लिए डॉक्टरों ने पानी को उबालकर पीने को कहा है। इस मौसम में पानी के सोर्स दूषित हो जाने के कारण पानी में हेपेटाइटिस का वायरस फैलता है। जिस कारण सादा पानी पीने से वायरस शरीर में प्रवेश कर जाता है।