शिमला, 28 अगस्त : हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 18 से 25 तक होने वाला है। सप्ताह भर के मानसून सत्र में विपक्ष आमने-सामने होगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश आपदा से जूझ रहा है जिस कारण इस बार सत्र थोड़ा देरी से सितंबर में रखा गया है, ताकि राहत एवं बचाव कार्य में बाधा न आए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष मानसून सत्र को बुलाने को लेकर बेवजह राजनीति करता रहा है। मानसून सत्र अगस्त में इसलिए नहीं करवाया क्योंकि मानसून सत्र की तैयारी में पूरा प्रशासन जुट जाता है। ऐसे में प्रदेश में आई आपदा में राहत एवं बचाव कार्य में परेशानी हो सकती थी। इसलिए सत्र को थोड़ा देरी से बुलाया गया है। सत्र में विपक्ष के सवालों के जवाब दिए जाएंगे।
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वहीं मुख्यमंत्री ने आपदा और बजट घोषणाओं को लेकर सोमवार को सचिवालय में सचिवों के साथ भी बैठक की। अफसरों को आपदा से प्रभावी ढंग से निपटने के दिशा -निर्देश दिए। साथ ही सरकार की बजट में घोषित योजनाओं व अन्य विकास कार्यों को आगे बढ़ाने को लेकर भी सचिवों के साथ विस्तृत चर्चा की।
छत्तीसगढ़ में ED की रेड पर राजस्थान के मुख्यमंत्री द्वारा दिए बयान को लेकर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि ED भाजपा का राजनीतिक हथियार बन गया है जिसका उपयोग सरकार करती हैं।