बिलासपुर, 11 अगस्त : जनपद में 29 जुलाई को नोआ गांव के समीप संदिग्ध हालात में मिले महिला के शव मामले में मायका पक्ष ने घटना को हत्या का करार दिया है।
मृतका के मायके वालों ने इसे हत्या करार देते हुए महिला के पति पर हत्या करने का आरोप लगाया है। गौरतलब है कि चौपाल के नेरवा की रहने वाली 22 वर्षीय रीमा का प्रेम विवाह सात महीने पहले बिलासपुर के नोआ गांव के करण से हुआ था, जिससे रीमा के मायके वाले खुश नहीं थे। रीमा के परिजनों की मानें तो विवाह के कुछ महीनों के बाद ही रीमा परेशान रहने लगी। मौत से एक दिन अपने पति के साथ मंदिर जाने की बात कह रही थी। इसके बाद 16 जुलाई को रीमा लापता हो गई और उसके मोबाइल पर भी मायके वालों का संपर्क नहीं हो पा रहा था। 29 जुलाई को नोआ गांव के समीप संदिग्ध हालत में रीमा का शव बरामद हुआ, जिसमें उसका सिर व बाजू धड़ से अलग मिला।
वहीं, रीमा के मायका पक्ष की शिकायत के आधार पर पुलिस ने रीमा के पति को हिरासत में लेकर जिला न्यायालय बिलासपुर में पेश किया। यहां से करण को पुलिस रिमांड दिया गया है। वहीं पुलिस कार्रवाई से असंतुष्ट रीमा के परिजनों व ग्रामीणों ने मिलकर उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक के जरिए राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है, जिसमें पूरे मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है।