शिमला, 19 जुलाई : शिमला जिला की जुब्बल तहसील के सुंडली गांव के रहने वाले ने वेदांत धौटा ने खेल के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। वेदांत ने जूनियर नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप (boxing championship) में रजत पदक (Silver Medal) जीता है। 8 से 14 जुलाई तक चली इस प्रतियोगिता में वेदांत ने उम्दा प्रदर्शन करते हुए कुल पांच मैच खेले, इनमें से चार एकतरफा अपने नाम किए। 18 प्लस कैटेगरी में वेदांत ने दूसरी बार नेशनल चैंपियनशिप में खेलते हुए सिल्वर मेडल पर कब्ज़ा किया।
वेदांत धौटा ने अपनी जीत का श्रेय कोच दिनेश व संजीव को दिया है। साथ ही बॉक्सिंग फेडरेशन (boxing federation) का भी आभार प्रकट किया है। वेदांत बताते हैं कि दूसरे प्रयास में सफलता पाई है, जिसमें उन्हें रजत पदक हासिल हुआ है। वेदांत ने युवाओं को खेलने का संदेश दिया। वेदांत ने कहा कि खेल से फिटनेस के साथ नशे से दूर रहा जा सकता है।
वेदांत के कोच रहे दिनेश ने बताया कि जूनियर बॉक्सिंग चैंपियनशिप 8 से 14 जुलाई तक इटानगर में हुई, जिसमें हिमाचल प्रदेश के 12 मुक्केबाजों ने हिस्सा लिया। बॉक्सिंग कोच दिनेश ने बताया कि इंदिरा गांधी खेल परिसर शिमला (Indira Gandhi Sports Complex Shimla) के दो मुक्केबाजों ने भी इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। इसमें वेदांत ने 5 मैच खेले, जिनमें चार एक तरफा अपने नाम किए। पांचवें और आखिरी मुकाबले में भारतीय सेना के मुक्केबाज से हार का सामना करना पड़ा। कोच दिनेश ने वेदांत के कड़े परिश्रम की तारीफ की। उन्होंने कहा कि हालांकि वे फाइनल मुकाबला हार गए, लेकिन उन्होंने चार मुकाबलों में बेहतरीन प्रदर्शन किया।
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उधर, वेदांत की मां मंजू धौटा ने बेटे की उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा कि उन्हें बेटे के प्रदर्शन पर गर्व है। बेहद कम वक्त में वेदांत ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षकों ने भी दिन-रात एक कर वेदांत का मार्गदर्शन किया, जिसकी बदौलत यह मुकाम हासिल हुआ है। मंजू धौटा ने बताया कि वेदांत को खेलने का जुनून विरासत में मिला है। उन्होंने कहा कि परिवार में पहले भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रह चुके हैं। मंजू धौटा ने बताया कि वेदांत के दादा और बुआ अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रह चुके हैं।