शिमला, 16 जुलाई : हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में इस बार भी सभी स्टूडेंट काे हाॅस्टल की सुविधा नहीं मिलेगी। प्रशासन की ओर से दावा किया गया था कि हाॅस्टल की सुविधा सभी छात्राें काे दी जाएगी। इसके लिए नए हाॅस्टल बनाए जाएंगे, लेकिन अभी तक इस पर काम ही नहीं हुआ है। विवि में कुल 15 हॉस्टल हैं, जिनमें 11 हॉस्टल लड़कियों के और 4 हॉस्टल लड़कों को दिए गए हैं। ऐसे में कुल 1647 स्टूडेंट ही इसमें रह सकते हैं, जबकि विवि में पढ़ाई करने वाले छात्रों की संख्या करीब 6 हजार हैं।
एसएफआई के कैंपस सह सचिव भानु का कहना है कि विवि प्रशासन अभी तक नए छात्रावासों को बनाने में नाकाम रहा है। वर्ष 1970 से यह विवि बना है, तब से लेकर 15 ही हॉस्टल की सुविधा मिल रही है। विवि के केवल एक तिहाई छात्र-छात्राएं ही हॉस्टलों के अंदर रह पाते हैं। बाकी सभी छात्रों को सांगटी जैसी जगहों में रहना पड़ता है, जहां पर किराए के कमरे महंगे मिलते हैं। उनका कहना है कि छात्रों को गुणवत्ता वाला खाना नहीं मिल रहा है। जिस वजह से छात्र-छात्राएं लगातार बीमार हो रहे हैं। खराब पानी व खाने की वजह से छात्रों को पथरी तथा अन्य कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है।
एचपीयू के पास हैं कुल 15 हाॅस्टल
हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी के पास कुल 15 हाॅस्टल हैं। इनमें 4 लड़कों के और 11 लड़कियों के हॉस्टल हैं। इनमें कुल 1647 स्टूडेंट रह सकते हैं। 1058 लड़कियों और 589 लड़कों के रहने की सुविधा इन हाॅस्टलाें में हैं। एचपीयू के प्रो वीसी राजेंद्र वर्मा का कहना है कि नए हॉस्टल के निर्माण के लिए जल्द ही काम शुरू होगा। फिलहाल छात्र छात्राओं को हॉस्टलों में बेहतर सुविधाएं देने पर फोकस किया जा रहा है।
विवि में पढ़ाई करने वालों से एक साथ ली जाती फीस
हॉस्टल के लिए आवेदन करने वाले छात्रों से एक साथ ही एक वर्ष की फीस ले ली जाती है। करीब 8 हजार रुपए हॉस्टल फीस रखी गई है। हालांकि, यह फीस एक वर्ष के हिसाब से ज्यादा नहीं है, लेकिन विवि में दूर-दराज के क्षेत्रों के छात्र-छात्राएं पढ़ने के लिए आते हैं। आर्थिक तंगी के चलते फीस चुकाना उनके लिए मुश्किल हाे जाता है।