शिमला, 9 जुलाई : मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को भारी बारिश के बीच राजकीय महाविद्यालय हमीरपुर (College Hamirpur) में 94 लाख रुपये की लागत से निर्मित कैंटीन ब्लॉक (canteen block) तथा 25 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय (HPTU) हमीरपुर के नए शैक्षणिक खण्ड का उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री ने इसके उपरान्त 2.01 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली राजस्व कर्मचारी आवासीय कॉलोनी और ग्राम पंचायत उखली में 5.27 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले सम्पर्क मार्ग भगोट से फाफन की आधारशिला रखी। मुख्यमंत्री ने राजकीय महाविद्यालय हमीरपुर में एक कार्यक्रम के दौरान शिक्षा व्यवस्था में क्रान्तिकारी परिवर्तन लाने की सरकार की प्रतिबद्धता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इस पहल के तहत चरणबद्ध तरीके से प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी राजकीय मॉडल डे-बोर्डिंग स्कूल (Model Day-Boarding School) स्थापित किए जाएंगे।
इन स्कूलों के निर्माण के लिए हमीरपुर जिले के सुजानपुर, (Sujanpur) भोरंज और बड़सर (Bhoranj and Badsar) विधानसभा क्षेत्रों में भूमि चिन्हित कर ली गई है। यह स्कूल विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करने के लिए आधुनिक सुविधासम्पन्न स्मार्ट क्लास और खेल सुविधाएं प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश में मॉडल कॉलेजों की स्थापना पर भी विचार कर रही है। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार ने विद्यार्थियों की सुविधा के उद्देश्य से 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए वार्षिक मूल्यांकन प्रणाली पुनः आरम्भ की है।
इसके अलावा सरकार युवाओं के लिए रोजगार के बेहतर अवसर पैदा करने के लिए तकनीकी शिक्षण संस्थानों में नए तकनीकी पाठ्यक्रम आरम्भ कर रही है। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (artificial Intelligence) और मशीन लर्निंग जैसे पाठ्यक्रमों को महाविद्यालय के पाठ्यक्रम में शामिल करने पर विचार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 6,000 अनाथ बच्चों को ‘चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट’ (Children of the State ) के रूप में गोद लिया गया है। प्रदेश सरकार उनकी शिक्षा पर होने वाले खर्च को भी वहन करेगी। उन्होंने कहा कि इन बच्चों को मासिक जेब खर्च के रुप में 4,000 रुपये के साथ वर्ष में एक बार भ्रमण भी करवाया जाएगा।
इसके अतिरिक्त मेधावी विद्यार्थियों मात्र एक प्रतिशत ब्याज दर पर 20 लाख रुपये तक का शिक्षा ऋण प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन विद्यार्थियों के समय पर दाखिले के लिए संबंधित उपायुक्तों को प्रवेश शुल्क की पहली किश्त (first installment) के भुगतान के लिए धन आवंटित किया गया है। उन्होंने राजकीय महाविद्यालय हमीरपुर में स्मार्ट कक्षाओं के कार्यान्वयन के लिए 2 करोड़ रुपये देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में शैक्षणिक बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने और छात्रों के लिए बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू को राजकीय महाविद्यालय हमीरपुर के कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री सुख-आश्रय कोष के लिए 51,000 रुपये का चेक भेंट किया।
इस अवसर पर विधायक इन्द्र दत्त लखनपाल, आशीष शर्मा और सुरेश कुमार के साथ-साथ कांग्रेस नेता डॉ. पुष्पिंदर वर्मा, कांगड़ा सहकारी बैंक के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, उपायुक्त हेमराज बैरवा, पुलिस अधीक्षक आकृति शर्मा और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।