शिमला, 24 जून : क्षेत्रीय रोजगार कार्यालय शिमला के सौजन्य से राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जुन्गा में व्यवसायिक मार्गदर्शन व कैरियर काउंसलिंग पर शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें स्कूल के करीब दो सौ बच्चों ने भाग लिया। शिविर की अध्यक्षता क्षेत्रीय रोजगार अधिकारी शिमला सीमा गुप्ता ने की। अपने संबोधन में सीमा गुप्ता ने बताया कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में व्यवसायिक शिक्षा बेरोजगार युवाओं के लिए वरदान सिद्ध हो रही है। चूंकि सरकारी क्षेत्र में रोजगार के साधन बहुत सीमित है।
उन्होने बच्चों से अनुरोध किया कि वह अपना नाम रोजगार कार्यालय में अवश्य दर्ज करवाए। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा बेरोजगार युवाओं के लिए हि प्र कौशल विकास निगम का गठन किया गया है जिसके माध्यम से बेरोजगार युवाओं को निशुल्क व्यवसायिक प्रशिक्षण दिया जाता है। अपना कारोबार आरंभ करने के लिए भी उदारता से ऋण दिए जाते हैं। इस मौके पर यंग प्रोफेशनल आरती ठाकुर ने बच्चों को 12वीं कक्षा के उपरांत जॉब करियर के अवसर बारे विस्तार से जानकारी दी।
उन्होने हिप्र कौशल विकास निगम द्वारा चलाए जा रहे शॉर्ट टर्म कोर्स के बारे भी बताया। उन्होंने बताया कि बच्चों को अपनी रुचि के अनुरूप व्यवसायिक कोर्स अवश्य करना चाहिए, ताकि अपना स्वरोजगार आरंभ कर सके। उन्होंने बताया कि 16 वर्ष व इससे अधिक आयु वर्ग के युवा कौशल विकास भत्ता के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसका लाभ लेने के लिए अभ्यर्थी का नाम रोजगार कार्यालय में दर्ज होना चाहिए। परिवार की आय 2 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए। ऐसे अभ्यर्थियों को तकनीकी प्रशिक्षण के दौरान एक हजार रूपये मासिक भत्ता भी दिया जाता है।
स्कूल की प्रधानाचार्य सुमन चंदेल ने स्कूल परिसर में व्यवसायिक मार्गदर्शन और कैरियर काउंसलिंग पर शिविर लगाने के लिए सीमा गुप्ता का आभार व्यक्त किया। उन्होने बताया कि जुन्गा स्कूल में दो व्यवसायिक कोर्स पर्यटन और शारीरिक सुरक्षा को लेकर चलाए जा रहे है। इस मौके पर स्कूल के व्यवसायिक शिक्षा के अध्यापक राजेंद्र सिंह, सुरेंद्र शर्मा तथा व्यवसायिक शिक्षा समन्वयक नंदलाल ने भी अपने विचार रखे। हिंदी प्रवक्ता जीतराम द्वारा सफल मंच संचालन किया गया।