सोलन, 11 जून : हिमाचल प्रदेश की होनहार बेटी “अनन्या कालिया” ने शानदार उपलब्धि हासिल कर समूचे प्रदेश को गौरवान्वित किया है। पाइन ग्रोव स्कूल, धर्मपुर (PIneGrove School) की हेड गर्ल (Head Girl) अनन्या कालिया का चयन वायु सेना कैडेट (Air Force Cadet) के रूप में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) खडकवासला में हुआ है।
कांगड़ा जनपद के पालमपुर से ताल्लुक रखने वाली “अनन्या कालिया” हिमाचल प्रदेश की बेटियों के लिए भी मिसाल बनी है। 17 वर्षीय अनन्या ने पाइनग्रोव स्कूल धर्मपुर (Dharmpur) में 2011 में कक्षा प्रथम में दाखिला लिया था। अनन्या एनडीए के “सूडान ब्लॉक” में प्रवेश करने वाली स्कूल की पहली महिला अधिकारी होगी, जिसे लड़कियों के लिए 2022 में खोला गया था। फ़िलहाल ये साफ नहीं है कि ये उपलब्धि हासिल करने वाली “अन्नया” पहली हिमाचली लड़की है या नहीं!
एनडीए में शामिल होने के लिए चुनी गई 19 लड़कियों (Girls) का यह दूसरा बैच (second batch) है। खास बात ये है कि भारत से 19 लड़कियों में से केवल छह ही भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) कैडेट के प्रशिक्षण चयनित हुई हैं। इसमें कोई दो राय नहीं है कि “अनन्या कालिया” ने सैन्य उत्कृष्टता के क्षेत्र में वैश्विक उत्कृष्टता के विश्व के प्रसिद्ध सैन्य संस्थान का हिस्सा बनकर पुरुषों के वर्चस्व को भी तोडा है। पाइन ग्रोव स्कूल के लिए भी ये एक महत्त्वपूर्ण अवसर है, क्योंकि छात्र का चयन स्कूल के कठोर शैक्षिक और सह-शैक्षणिक पाठ्यक्रम नतीजा है।
उल्लेखनीय है कि पाइन ग्रोव स्कूल, सुबाथू के पूर्व छात्र समर्थ सचदेवा का चयन भी एनडीए में हुआ है। स्कूल प्रबंधन ने “अनन्या कालिया” को इस उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई दी। 22 जून 2023 को “अनन्या कालिया” एनडीए का क्रेस्ट (donning of NDA crest) ग्रहण करेगी। यानी,22 जून से प्रशिक्षण शुरू हो जायेगा।
बता दे कि स्कूल के निदेशक कैप्टन एएस ज्ञानी खुद भी एक शानदार शख्सियत है। द लॉरेंस स्कूल, सनावर, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए), खडकवासला, भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए), देहरादून, जवाहर लाल नेहरू (JNU) विश्वविद्यालय, पंजाब विश्वविद्यालय (PU ) चंडीगढ़, एमडीयू रोहतक पूर्व छात्र हैं। उन्होंने 1987 में समय से पहले सेना आयुध कोर (Army Ordnance Corps) से त्यागपत्र दिया इसके बाद से शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं।
2021 में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) से सवाल किया था कि अगर एनडीए में महिलाओं की एंट्री हो रही है, तो फिर राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज (RIMC) और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) में दाखिला क्यों नहीं मिल रहा है इसके बाद 2022 के पहले बैच में 19 लड़कियों को दाखिला मिला। कुल मिलाकर पाइनग्रोव स्कूल की फैकल्टी (School Faculty) के सक्षम मार्गदर्शन में अपनी कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और अटूट दृढ़ता के साथ “अनन्या कालिया” अद्भुत उपलब्धि को हासिल कर एक आदर्श बन गई है।
खास बात यह भी है की अनन्या कालिया उस धरती से संबंध रखती है, जिसने कैप्टन सौरभ कालिया (Captain Saurabh Kalia) जैसे वीर सपूत को जन्मा है। बता दें कि कैप्टन सौरभ कालिया भारतीय थलसेना के एक अफ़सर थे जो कारगिल युद्ध (kargil war) के समय पाकिस्तानी सिक्योरिटी फोर्सेज (Pakistani Security Forces) द्वारा बंदी अवस्था में मार दिए गए। गश्त लगाते समय इनको ज़िन्दा पकड़ लिया गया और उन्हें 22 दिन कैद में रखा गया। जहां इन्हें यातनाएं दी गयी और फिर मार दिया गया। परिजन उनका शव तक नहीं पहचान पाए। चेहरे पर न आंखें थीं, न कान।