नाहन, 30 मई : शहर की महलात घाटी (Royal Palace Nahan) अव्यवस्थित ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर बदनाम थी। लेकिन अब ऐसा नहीं है। खास बात ये है कि आम जनमानस भी ट्रैफिक नियमों (Traffic Rules) की पालना की हर संभव कोशिश कर रहा है। साथ ही ‘नो पार्किंग जोन’ की अधिसूचना को अमलीजामा पहनाने में ट्रैफिक पुलिस की कार्यशैली भी प्रशंसनीय है।
शाम के वक्त बैंच पर बैठे बुजुर्गों के चेहरों की मुस्कुराहट देखने वाली होती है। अपर स्ट्रीट (Upper Street Nahan) में रहने वाली बुजुर्ग महिला उषा शर्मा का कहना था कि बाजार से घाटी चढ़ने के बाद थकान होती है तो ये बैंच काम आते हैं। एक अन्य बुजुर्ग का कहना था कि दिल्ली गेट (Lytton Memorial) से महलात की तरफ बैठने की कोई व्यवस्था नहीं थी।
शनिवार से नो पार्किंग जोन के क्षेत्र में सीसी कैमरे का पहरा भी बिठा दिया गया है। बता दें कि रोड सेफ्टी क्लब के अध्यक्ष विशाल तोमर के निजी प्रयासों से तीन कैमरे इंस्टॉल किए जा चुके हैं, जबकि एक कैमरा आवश्यकता के मुताबिक इंस्टॉल होगा।
शुरूआती दौर में व्यापारियों व कारोबारियों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा, मगर मौजूदा में ये वर्ग भी सौंदर्यकरण की मुहिम में शामिल हो चुका है। हरेक कारोबारी यही प्रयास करता है कि अनलोडिंग प्वाइंट पर ही सामान को उतारा जाए। पिकिंग व ड्रॉपिंग करने वाले भी खास तौर पर खुश हैं, क्योंकि नो पार्किंग जोन से पहले इस जगह पर कोई भी वाहन चालक आने को तैयार नहीं होता था, लिहाजा अक्सर ही बुजुर्गों को भी सामान सहित स्टेट बैंक ऑ्फ इंडिया (State Bank of India) के नजदीक से पैदल ही आना पड़ता था।
हालांकि, दो पहिया वाहनों की बढ़ती संख्या बड़ी समस्या बनकर उभरी है। चार पहिया वाहन धारक तो काफी हद तक अनुशासित हो चुके हैं, लेकिन दो पहिया वाहन उन जगह पर पार्क कर दिए जाते हैं, जो जगह चार पहिया वाहनों की पार्किंग के लिए चिन्हित है।
उल्लेखनीय है कि महलात को नो पार्किंग जोन बनाने की मुहिम वार्ड नंबर-7 के लोगों ने करीब 5-6 महीने पहले शुरू की थी। इसके बाद लोगों ने ही निजी आर्थिक अंशदान से महलात पर एकत्रित टनों मलबे को उठाया। जलशक्ति विभाग ने भी सहयोग दिया। नगर परिषद ने तत्काल ही दो बैंच भी उपलब्ध करवा दिए। दिलचस्प ये है कि सुक्खू सरकार की व्यवस्था परिवर्तन की बात महलात पर नजर आई है।
वार्ड नंबर 7 के पार्षद राकेश गर्ग (पपली) का कहना था कि हाल ही में महलात के सौंदर्यीकरण (Beautification) को लेकर आम लोगों द्वारा दूसरी बैठक भी आयोजित की गई थी। बैठक में मिले सुझावों के क्रियान्वयन को लेकर भी प्रयास किए जा रहे हैं।